जामताड़ा. पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से झारखंड में आलू के निर्यात पर रोक लगाए जाने के फैसले से राज्य भर के व्यवसायी चिंता है. इसको लेकर जिला चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने शनिवार को पत्रकार वार्ता आयोजित कर अपनी चिंताओं को व्यक्त किया. चैंबर के जिलाध्यक्ष संजय अग्रवाल ने कहा कि इस फैसले से झारखंड में आलू की उपलब्धता पर असर पड़ेगा. इससे न केवल महंगाई बढ़ेगी, बल्कि आम जनता को भी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. सदस्य मिंटू अग्रवाल ने कहा संथाल परगना में चार मंत्री होने के बावजूद इस क्षेत्र का अपेक्षित विकास नहीं हो सका है. व्यापार और उद्योग किसी भी अर्थव्यवस्था की रीढ़ है. और इन दोनों क्षेत्रों में संथाल परगना पिछड़ा हुआ है. जिला उपाध्यक्ष गोपाल सिंघी ने कहा कि सरकार को औद्योगिक विकास के लिए एक ठोस रोडमैप तैयार करना चाहिए.चैंबर ने उम्मीद जताई कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में नई सरकार राज्य में औद्योगिक विकास और व्यवसायियों के हित में प्रभावी कदम उठाएगी. मौके पर दिलीप जटिया, सौरभ पोद्दार, अजीत लच्छीरामका, विजय बर्नवाल आदि थे.
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