कटिहार. मनसाही थाना क्षेत्र के पिंडा में भूमि विवाद में दो पक्ष में हुए हिंसक झड़प में एक की मौत हो गयी. जबकि एक महिला सहित दर्जन भर लोग घायल हो गये हैं. मनसाही थाना क्षेत्र के कुरेठा पिंडा गांव में भूमि विवाद को लेकर आदिवासी समुदाय व दूसरे पक्ष में हिंसक झड़प हो गयी. इसमें एक ओर से तीर, तो दूसरी ओर से कई राउंड गोलियां चलयी गयी, जिसमें एक पक्ष के दो लोगों को गोली लगी. जबकि दूसरे पक्ष की एक महिला को तीर लगी है. जबकि एक दर्जन लोग घायल हुए हैं. घायलों को सदर अस्पताल लेकर पहुंचें जिसमें बैजनाथ उरांव सिक्कट थाना सेमापुर निवासी की मौत हो गयी. जबकि दूसरे घायल व्यक्ति जमुना उरांव को इलाज के लिए सदर अस्पताल एवं रेफर उपरांत कटिहार मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना के बाद से पिंडा गांव में पुलिस छावनी में तब्दील हो गयी है.
सुरक्षा व्यवस्था के बीच शव का कराया पोस्टमार्टम
मनसाही के पिंडा गांव में आदिवासियों व दूसरे के बीच गोलीबारी व तीर में घायल की सूचना पर नगर थानाध्यक्ष सह पुलिस निरीक्षक सुमन कुमार सिंह, पुलिस निरीक्षक पप्पू कुमार सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी पुलिस बल के साथ सदर अस्पताल पहुंचे. पुलिस ने मृतक के शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम कराया. जबकि घायल को चिकित्सक ने बेहतर इलाज के लिए कटिहार मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया है. पोस्टमार्टम उपरांत शव का पोस्टमार्टम कराने के पश्चात पुलिस ने शव परिजनों के सुपुर्द किया.
कटिहार में भूमि विवाद में पूर्व भी हुई है नृशंस हत्या
मनसाही प्रखंड के कुरेठा पिंडा गांव में भूमि विवाद को लेकर आदिवासी समुदाय व दूसरे पक्ष के बीच हुई हिंसक झड़प में एक व्यक्ति की मौत व दूसरे के घायल के बाद कई सवाल उठ खड़े हुए हैं. हालांकि पिंडा गांव में खूनी झड़प की आशंका खुफिया विभाग ने स्थानीय पुलिस को दी थी. बावजूद पुलिस मामले में लापरवाही बनी रही, जिसका परिणाम रहा की इस हिंसक झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गयी. जबकि एक महिला सहित एक पुरुष गंभीर रूप से घायल हो गया.
विवादित जमीन को जोतने को जुटे थे आदिवासी
सदर अस्पताल में इलाजरत जमुना उरांव के पुत्र ने बताया कि उन लोगों को सिक्कट आतिश किरकेटा ने बुलाया था. उसके बाद कई अन्य साथियों के साथ जमुना पिंडा गांव पहुंचे. यहां पूर्व से भी अधिक संख्या में आदिवासी समुदाय के लोग जुटे हुए थे. सभी अपने पारंपरिक हथियार तीर धनुष के साथ विवादित भूमि पर पहुंचे तथा ट्रैक्टर से खेत का जोतावाद करने लगे. जबकि दूसरे पक्ष का आरोप है कि जब उन लोगों ने इसका विरोध किया तो वह सभी मारपीट पर उतारू हो गये तथा तीर कमान उन लोगों पर तान दिएये इसके बाद विवाद बढ़ा तो एक पक्ष से तीर कमान तो दूसरी पक्ष से गोलियों चलने लगी.भूमि विवाद को कम नहीं कर पा रही जिला प्रशासन
जिले की बात की जाए तो कटिहार जिला में भूमि विवाद को लेकर पूर्व के वर्षों में कई हत्याएं व दो गुटों में खूनी झड़प हुई है. इन मामलों में कहीं न कहीं जिला पुलिस की भूमिका भी संदेह में रही है. लोगों की माने तो जिस समय जमीन पर विवाद उत्पन्न होती है और जिसकी शिकायत थाने में की जाती है. पर पुलिस वैसे मामले में त्वरित कार्रवाई करें तो निश्चित तौर पर जमीन के मामले में हत्या सहित हिंसक झड़प के मामले में काफी कमी आयेंगी. कटिहार जिले की बात की जाए तो जिले के कई ऐसे प्रखंड है जिसमें सिकमी को लेकर विवाद होती रहती है. या फिर यह भी बात दोनों पक्ष से सुलगती रहती है. जिले के दियारा क्षेत्र भी रक्तरंजित होती रहती है. दियारा में गोलीबारी व हत्या की घटना आम बात सी हो गयी है. दियारा में ऐसे कई लोग अब भी लापता है, जिनका कोई सुराग नहीं है. स्थानीय लोगों की माने तो उन लोगों की का हत्या कर शव को गंगा में ठिकाना लगा दिया गया है. जिले की बात की जाए तो जिले में जमीनी विवाद में पूर्व के वर्षों में कई हत्या की घटना घटित हुई है.एक साथ पांच लोगों की गोली मारकर कर दी गयी थी हत्या
जिले के सेमापुर थाना क्षेत्र के मोहना चांदपुर दियारा क्षेत्र में दो गुटों के हिंसक झड़प में एक साथ पांच लोगों की गोलीमार का हत्या कर दी गयी थी, जिसमें घटना के पश्चात दियारा पहुंची पुलिस टीम एक शव बरामद किया. जबकि तीन लापता रहे. कुछ दिनों के बाद तीन शव पुलिस ने पुनः बरामद की. सभी लोगों को गोली मारकर उसकी निर्मम पूर्वक हत्या कर दी गयी थी. जबकि एक का अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है. लापता व्यक्ति का परिजन उसे मृत मानकर उसका श्राद्धकर्म भी कर दिया.
घर में सो रहे दंपती व बच्चे को जिंदा जलाया
बारसोई अनुमंडल क्षेत्र के घोरदह में अपराधियों ने भूमि विवाद में घर में सो रहे दंपती समेत दो बच्चों को पैट्रोल छिड़कर जिंदा जला दिया, जिसमें दोनों बच्ची किरण व प्रीति की घटना स्थल पर ही मौत हो गयी थी. घटना में घायल दंपती मंजुला देवी की मौत हो गयी थी.घर का गेट पर ताला लगा कर पूरे परिवार को जिंदा जलाया
बीते वर्ष पूर्व बलरामपुर प्रखंड के किरोरा पंचायत के बालूगंज गांव में अपराधियों ने घर में सो रहे एक ही परिवार के चार सदस्यों को घर में बंद कर केरोसिन छिड़ककर आग लगा दिया था. इसमें विद्यानंद बोसाक, उनकी पत्नी नीलम देवी, पुत्री दीपिका व पुत्र अभिषेक गंभीर रूप से घर में झुलस गया. बच्चों की तो कमरे में ही दम घुटने से मौत हो गयी थी. विद्यानंद व नीलम की मौत इलाज के क्रम में हो गयी.चाचा ने अपनी भाभी व भतीजी के कमरे में लगाया था आग, भतीजी जिंदा जली
नगर थाना क्षेत्र के दुर्गापुर में अपने ही चाचा ने जमीनी विवाद में अपने साये भाभी पूर्व पार्षद रेशम देवी एवं उनकी पुत्री को जिंदा जलाने के मकसद से कमरे में केरोसिन छिड़ककर आग लगा दिया. जिसमें रेशम देवी की पुत्री व उसकी भतीजी गंभीर रूप से जल गयी. जिसे इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के क्रम में उसकी मौत हो गयी.अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर तीन की कर दी हत्या
अमदाबाद थाना क्षेत्र के ढनमनिया गांव में विजय यादव, पत्नी काजल देवी, पुत्र प्रसोनजीत सोये हुऐ थे. उसी क्रम में अपराधियों ने ताबड़तोड़ गोली फायरिंग कर दी,जिसमें तीनों सदस्यों की मौत हो गयी थी.ताबतोड़ फायरिंग व तीर चलने से दहला पिंडा गांव
मनसाही. थाना क्षेत्र के कुरेठा पंचायत के पिंडा गांव में शनिवार की दोपहर को भूमि विवाद में दो पक्षों के बीच खूनी विवाद पुलिस-प्रशासन की नाकामी को दर्शाता है. स्थानीय लोगों ने कहा कि जब सुबह से बड़ी संख्या में आदिवासी हरवे हथियार के साथ जुट रहे थे. उस समय लगातार पुलिस-प्रशासन को इसकी जानकारी दी गयी थी. पर पुलिस, प्रशासन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया. जिसका परिणाम खूनी खेल हो गया. एक पक्ष के लोगों ने बताया कि पिछले वर्ष 2008 से लेकर अब तक भूमि विवाद चले आ रहा है. इसी दौरान शनिवार को सिकमी कह कर गोविंद सिंह सहित अन्य के भूमि पर जबरन आदिवासी लोगों द्वारा जोत करने के लिए आ धमका. जबकि इससे पूर्व में सुबह करीब 10:00 बजे मनसाही थानाध्यक्ष आलोक राय एवं अंचल निरीक्षक पदाधिकारी अमरजीत कुमार द्वारा दोनों पक्षों के घर जाकर बारी-बारी से समझा कर कहा गया था कि मामला कोर्ट में लंबित है. जब तक किसी प्रकार का डिसीजन कोर्ट दे देता है. तब तक दोनों पक्षों में कोई जमीन पर नहीं जायेगा. प्रशासन के जाते ही दोनों पक्षों में हिंसक झड़प हो गयी.
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