कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय जगदीशपुर की बच्चियां शनिवार को शैक्षिक परिभ्रमण पर गयी. मुंगेर जिले के खड़गपुर अनुमंडल के अन्तर्गत पहाड़ी क्षेत्र, जलाशय तथा वन क्षेत्र का शैक्षणिक परिभ्रमण किया. शैक्षिक परिभ्रमण को लेकर संचालक आशुतोष चंद्र मिश्र ने कहा कि बच्चे शैक्षणिक परिभ्रमण में वही चीजें प्रत्यक्ष रूप से देख आत्मसात करते हैं, जो वर्ग कक्ष में पाठ्य पुस्तक में पढ़ते हैं. बच्चों की इन विषयों में अच्छी समझ विकसित हो जाती है. परिभ्रमण पर पहुंची छात्रा अंजलि, प्रियम, सोनाक्षी, रोशनी, साक्षी ने बताया कि शैक्षणिक परिभ्रमण में हमलोग जल जीवन और हरियाली विषयों में अपनी समझ विकसित करने में सफल रहे. हमें इसे प्रत्यक्ष रूप से देखने व सीखने का अवसर मिला व काफी आनंद आया. परिभ्रमण में बच्चों के साथ वार्डेन सपना कुमारी, शिक्षिका फूल कुमारी, शारिका निगार, कर्मी राजकिशोर, बाबूलाल, वृंदा, सुशीला, रिंकू सहित सभी छात्राएं शामिल थी.
मैडम! बच्चों की है समस्या का कब तक होगा समाधान
सुलतानगंज प्राथमिक विद्यालय शिवनंदनपुर मुसहरी के शिक्षकों का दर्द शनिवार को शिक्षक दरबार में छलक उठा. विद्यालय के संपूर्ण प्रभार अब तक नहीं मिलने से काफी परेशानी हो रही है. अब तक संपूर्ण प्रभार नहीं मिला है. विभाग से मर्ज से मुक्त करने का आदेश मिलने के बाद भी अब तक विद्यालय का संपूर्ण प्रभार नहीं मिला है. स्कूल प्रभारी मणिकांता कुमारी, शिक्षक ललन कुमार, रुक्मिणी कुमारी, सूर्यदेव प्रसाद का हस्ताक्षरित आवेदन बीइओ को शिक्षक दरबार में दिया गया. शिक्षक ने गुहार लगाते हुए कहा कि मैडम समस्या का समाधान करवा दीजिए.ताकि शिक्षक की परेशानी और बच्चों को पूरी तरह से लाभ मिल सके. अभी तक बच्चों का अपार आईडी नहीं बन पाया है और न ही यू डाइस कोड को सक्रिय किया जा सका है. ई- शिक्षा कोष से सभी शिक्षकों का अवकाश लेने में परेशानी हो रही है. ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर एडमिन बनाने तथा विद्यालय का पूर्ण प्रभार देने की मांग की. शिक्षक ने बताया कि यू डाइस में छात्रों की संख्या अपलोड नहीं हो रहा है, जिससे परेशानी हो रही है. यू डाइस कोड को सक्रिय करने की मांग की. शिक्षक ललन कुमार ने बताया कि मवि मसदी मुसहरी से संविलियन मुक्त के डेढ़ माह बाद संपूर्ण प्रभार नहीं दिया गया है. बच्चों को पूर्व स्थान पर पठन-पाठन अब तक नहीं किया जा सका है. सड़क पार कर बच्चों को स्कूल आने में काफी परेशानी होती है. बीआरपी खुशनुमा ने बताया कि शिक्षक दरबार में पांच आवेदन आये, जिसमें ई- शिक्षाकोष सहित अन्य मामले थे. बीइओ ने हर संभव पहल का आश्वासन दिया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है