रांची. राज्य के पूर्वी सिंहभूम और साहिबगंज जिले के सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों के औचक निरीक्षण के बाद कॉमन रिव्यू मिशन (सीआरएम) की टीम ने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव अजय कुमार सिंह के समक्ष अपना प्रेजेंटेशन दिया. शनिवार को डोरंडा स्थित नेपाल हाउस सभागार में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के निदेशक डॉ इंद्रनील दास और अवर सचिव मलय कुमार के नेतृत्व में टीम ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में किये जा रहे नवाचारों की सराहना की और कुछ आवश्यक सुधारों को लेकर भी सुझाव दिये.
बैठक में ऑनलाइन शामिल हुए अधिकारी
प्रेजेंटेशन बैठक में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के अभियान निदेशक अबु इमरान धनबाद से और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के निदेशक हर्ष मंगला दिल्ली से वर्चुअल मोड में शामिल हुए. बैठक में सभी जिलों के सिविल सर्जन अपने-अपने जिलों से और निदेशक प्रमुख, स्वास्थ्य सेवाएं चंद्र किशोर शाही और सभी उपनिदेशक व राज्य नोडल पदाधिकारी आरसीएच कैंपस नामकुम से वर्चुअल मोड में जुड़े थे.
विशेषज्ञों की अगुवाई में गठित टीम समीक्षा करे
प्रधान सचिन अजय कुमार सिंह ने निर्देश दिया कि कॉमन रिव्यू मिशन की तरह स्टेट रिव्यू मिशन का गठन किया जाये. इसमें स्वास्थ्य के विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों की अगुवाई में गठित टीमें जिलों में जाकर समीक्षा करें और कार्यक्रमों को बेहतर बनाने में सहयोग करें. अभियान निदेशक अबु इमरान ने सीआरएम टीम का स्वागत कर बैठक की औपचारिक शुरुआत की.स्वास्थ्य सहियाओं की रिपोर्टिंग की सराहना
सीआरएम टीम ने बताया कि उन्होंने पूर्वी सिंहभूम और साहिबगंज जिलों के सदर अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, आयुष्मान आरोग्य मंदिर और समुदाय के बीच जाकर स्वास्थ्य योजनाओं का हाल जाना. टीम ने सहिया एप के माध्यम से स्वास्थ्य सहियाओं द्वारा की जा रही रिपोर्टिंग की तारीफ की. टीम ने आवश्यकतानुसार मानव संसाधन बढ़ाने और उन्हें ट्रेनिंग देकर दक्ष करने का सुझाव दिया है. झारखंड में मातृत्व और शिशु मृत्यु दर राष्ट्रीय औसत से कम है, लेकिन इसे और बेहतर करने के लिए टीम ने एसबीए, एनएसएसके और पीपीआईसीयूडी ट्रेनिंग कराने का सुझाव दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है