कोचिंग डिपो में जांच करने के लिए पहुंची आरपीएफ टीम व सीडब्ल्यूएस अभय कुमार मेहता में नोंक-झोंक के बाद मामला हाथापाई तक पहुंच गया. घटना शनिवार की दोपहर करीब 12 बजे की है. इसके बाद कोचिंग डिपो के सभी कर्मचारियों ने काम बंद कर नारेबाजी करने लगे. वहीं हाथापाइ करने वाले आरपीएफ आरक्षी अरुण कुमार को बंधक बना लिया. घटना की जानकारी मिलने के बाद वरीय मंडल यांत्रिक अभियंता चंद्रशेखर कुमार, वरीय मंडल सुरक्षा आयुक्त अनुराग मीणा, सहायक सुरक्षा आयुक्त, सहायक यांत्रिक अभियंता व कोचिंग डिपो अधिकारी मौके पर पहुंचे तथा समझा-बुझाकर काम चालू कराया.
क्या है मामला : रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट धनबाद के चार स्टाफ यार्ड में आपराधिक गतिविधि की सूचना प्राप्त होने पर वाशिंग पिट के पास पहुंचे. जांच के दौरान बगैर यूनिफॉर्म व पहचान पत्र का एक व्यक्ति नजर आये. आरपीएफ जवानों के उससे नाम पूछने पर उसने अपना नाम भी नहीं बताया. सिर्फ इतना कहा कि ठेकाकर्मी है. लिनेन (चादर आदि) की लोडिंग का काम करता है. पूछताछ के क्रम में उसने लिनेन इंचार्ज को सूचित किया. इसके बाद सीडब्ल्यूएस अभय मेहता पहुंचे और जांच कर रहे आरक्षी अरुण कुमार का विरोध किया. इसके बाद दोनों में बकझक शुरू हो गयी. मामला हाथापाई तक पहुंच गया.विरोध में कर्मियों ने बंद किया काम :
हो-हल्ला होने के बाद सभी रेल कर्मचारी जुट गये. काम को बंद कर दिया. वहीं आरक्षी अरुण कुमार को एक कमरे में बंद कर दिया गया. इसीआरकेयू ने आरपीएफ स्टाफ की ओर से अभय कुमार मेहता के साथ अभद्र व्यवहार करते हुए मारपीट करने का आरोप लगाया. इसीआरकेयू ने काम बंद करते हुए डीआरएम को सूचना दी. डीआरएम के आदेश पर सीनियर कमांडेंट वार्तालाप के लिए कोचिंग डिपो में आये. उन्होंने चारों जवानों को लाइन हाजिर करने व जांच के बाद आगे की कार्रवाई का आश्वासन दिया. इसके बाद कर्मचारी काम पर लौटे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है