संवाददाता, देवघर : रिखियापीठ में पांच दिवसीय शतचंडी महायज्ञ दो दिसंबर से शुरू हो जायेगा. स्वामी निरंजनानंद जी मुंगेर से रिखियापीठ पहुंच चुके हैं. स्वामी सत्संगी जी के मार्गदर्शन में रिखियापीठ में महायज्ञ की सारी तैयारी पूरी कर ली गयी है. यज्ञ मंडप को सजाया गया है. यज्ञ मंडप में देवी दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर काशी के पंडित द्वारा देवी मां की आराधना की जायेगी. पंडित मंत्रोच्चारण कर अरणी से अग्नि प्रज्वलित कर अग्निकुंड में हवन की शुरुआत होगी. पांच दिनों तक रिखियापीठ में भक्त देवी मां की भक्ति में डूबे रहेंगे. अनुष्ठान में प्रवचन, कीर्तन व प्रसाद का वितरण किया जायेगा. छह दिसंबर काे सीता कल्याणम् में राम-सीता का विवाह संपन्न होगा. देश-विदेश के श्रद्धालु रिखियापीठ पहुंच चुके हैं. गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे भी रविवार को रिखियापीठ पहुंचे. इस दौरान सांसद ने स्वामी सत्यानंदजी की महासमाधि में माथा टेका. साथ ही स्वामी निरंजनानंद व स्वामी सत्संगी जी से आशीर्वाद लिया. सांसद ने यज्ञ शाल में शतचंडी महायज्ञ की तैयारी का भी जायजा लिया, उन्हें देवी मां का प्रसाद भी दिया गया.
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