बक्सर
. पुराने सदर अस्पताल के जीएनएम कॉलेज में एक कार्यशाला का आयोजन रविवार को किया गया. इस कार्यशाला में शिव कृपाल दास परामर्शी सह प्रभारी जिला आईसीटीसी पर्यवेक्षक द्वारा सबका स्वागत किया गया एवं एचआइवी के बारे में बताया गया. इसके पश्चात डॉक्टर आरके गुप्ता द्वारा लिंक एआरटी के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी गयी. संचारी रोग पदाधिकारी बक्सर द्वारा एचआइवी के बारे में बताया गया. उन्होंने आंकड़ा भी प्रस्तुत करते हुए बताया कि इस बीमारी के विषय में पहली बार 1981 में पता चला और 1988 से एड्स दिवस 1 दिसंबर को मनाने का डब्ल्यूएचओ द्वारा निर्णय लिया गया.एक दिसंबर को मनाया जाता है विश्व एड्स दिवस
प्रत्येक वर्ष 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस के रूप में मनाते हैं. आम जनों के बीच एचआईवी एड्स का प्रचार प्रसार करते हैं. साथ ही उन्होंने यह भी बताया की बक्सर जिले में 2003 से अभी तक आईसीटीसी के आंकड़ों के अनुसार लगभग 1400 मरीज संक्रमित पाए गए हैं. जिनका इलाज एआरटी केंद्र सदर अस्पताल आरा से चल रहा है. जब मरीज सामान्य स्थिति में आते हैं तो उन्हें बक्सर सदर अस्पताल के लिंक एआरटी में लिंक कर दिया जाता है. जीएनएम स्कूल के प्रिंसिपल द्वारा भी इस पर प्रकाश डाला गया. पूर्व ब्रांड एंबेसडर समाजसेवी सुन्दरम कुमार ने भी अपना मंतव्य इस पर दिए. इस साल का थीम मेरा स्वास्थ मेरा अधिकार है. टीआइ एनजीओ के प्रोग्राम मैनेजर नागेंद्र पांडेय के द्वारा एचआईवी एड्स पर विभाग द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों के बारे में बताया गया. अंत में सिविल सर्जन बक्सर द्वारा अपना विचार व्यक्त करते हुए सभा का समापन किया गया. इस कार्यक्रम में डॉक्टर विंध्याचल सिंह, डॉक्टर ज्ञान प्रकाश, सी एस ऑफिस के गुंजन कुमार, सदर अस्पताल के मैनेजर दुष्यंत सिंह, सदर प्रखंड के मैनेजर प्रिंस कुमार सिंह, दीपक वर्मा, पीपीटीसीटी परामर्शी मनोज कुमार, कृष्णानंद राय, अनिल कुमार, इत्यादि लोग उपस्थित रहे.
एड्स के प्रति जागरूकता को लेकर निकाला गया मार्च
विश्व एड्स दिवस के अवसर पर नगर में जागरूकता को लेकर पुराना सदर अस्पताल जीएनएम कॉलेज से मार्च का आयोजन किया गया. मार्च को को सिविल सर्जन डॉक्टर गिरीश कुमार व संचारी रोग पदाधिकारी सह जिला एड्स नियंत्रण पदाधिकारी डॉक्टर शालिग्राम पांडेय द्वारा हरी झंडी दिखाकर नगर में रवाना किया गया. रैली जीएनएम कॉलेज की छात्राओं के साथ ही सदर पीएचसी के कर्मियों के द्धारा निकाला गया. रैली का मुख्य उद्देश्य समाज के आमजन को एचआइवी एड्स के बारे में बताकर जागरूक करना है. जीएनएम स्कूल की छात्र छात्राएं और स्वास्थ्य विभाग के कर्मी, सामाजिक कार्यकर्ता व टीआइ एनजीओ के माध्यम से यह रैली निकाली गयी. रैली में एड्स बीमारी होने के कारणों व बीमारी से होने वाले शारीरिक नुकसान के बारे में अवगत कराया गया. इसके साथ ही लाेगों को बचाव के बारे में भी प्रशिक्षित किया गया. इस रैली में नागेशदत्त पांडेय द्वारा माइक के माध्यम से जन जागरूकता रैली के दौरान स्लोगन और अपने शब्दों से एचआइवी एड्स के बारे में बताया गया. इनके साथ सुंदरम कुमार भी अपना विचार आमजनों के बीच संदेश के रूप में रखते हुए जागरूक किया. यह रैली जीएनएम स्कूल से निकल कर शहर के विभिन्न मार्गो से होते हुए पुनः पुराने सदर अस्पताल में समाप्त हुआ.
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