अजय पाण्डेय, घाटशिलाकोल्हान विश्वविद्यालय में स्थायी कुलपति का पद खाली है. कोल्हान आयुक्त को प्रभार सौंपा गया है. ऐसे में कॉलेजों को कंटिजेंसी (आकस्मिकता) फंड से राशि नहीं मिल रही है. विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं. घाटशिला महाविद्यालय में एक वर्ष से कंटिजेंसी फंड की राशि का भुगतान नहीं हुआ है. कॉलेज के दूसरे खाते से राशि निकासी कर आवश्यक काम करना पड़ रहा है. ऐसे में वित्तीय अनियमितता की आशंका बढ़ गयी है. जनवरी 2024 से कंटिजेंसी फंड की फाइल प्रभारी कुलपति के कार्यालय में पड़ी है. उन्हें वित्तीय मामलों में निर्णय लेने का अधिकार नहीं दिया गया है.
एजेंसी के माध्यम से काम करने वाले कर्मी परेशान
घाटशिला कॉलेज में एजेंसी के माध्यम से बहाल रात्रि प्रहरी, लिपिक और अन्य कर्मियों की परेशानी बढ़ गयी है. उन्हें नियमित मानदेय का भुगतान नहीं हो रहा है. घाटशिला कॉलेज में 57 कर्मी एजेंसी के माध्यम से बहाल हैं. तीन कर्मचारियों को प्रति माह 8500 रुपये देकर काम पर रखा गया है. एजेंसी के माध्यम से बहाल कर्मचारियों का आरोप है कि उन्हें 10 माह से मानदेय का भुगतान नहीं हो रहा है. इस महंगाई में मानदेय नहीं मिलने से घर संसार चलाना मुश्किल साबित होने लगा है.…कोट…
घाटशिला महाविद्यालय के कंटिजेंसी फंड संबंधी फाइल जनवरी 2024 से प्रभारी कुलपति के कार्यालय में पड़ी है. कंटिजेंसी फंड की राशि नहीं मिलने से कॉलेज का ठप पड़ गया है. परीक्षा विभाग को राशि नहीं मिल रही है. समस्या बढ़ने लगी है. जबतक कोल्हान विश्वविद्यालय में स्थायी कुलपति की नियुक्ति नहीं होती है, तबतक कंटिजेंसी और परीक्षा विभाग की परेशानी जारी रहेगी.-
डॉ आरके चौधरी, प्रभारी प्राचार्य, घाटशिला कॉलेज, घाटशिला.
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