बिहार विधान परिषद सभागार में देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद की जयंती के पूर्व संध्या पर उनकी जीवनी पर आधारित एक गीत का लोकार्पण हुआ. यह गीत लोकगायिका मनीषा श्रीवास्तव द्वारा गाया गया. कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में बिहार सरकार के भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री तथा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिलीप जायसवाल ने कहा कि डॉ राजेन्द्र प्रसाद को सिर्फ जाति में नहीं बांधा जा सकता, वे सर्व समाज के हैं. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बिहार विधान परिषद के उप मुख्य सचेतक डॉ संजय मयूख ने लोगों से राजेन्द्र प्रसाद के विचारों को अपनाने की अपील की. इसके बाद मगध विश्वविद्यालय के कुलपति शशि प्रताप शाही ने राजेन्द्र प्रसाद के नाम पर शोध संस्थान की आवश्यकता पर जोर दिया. वहीं, विधान पार्षद वरिष्ठ भाजपा नेता अनिल शर्मा ने कहा कि राजेन्द्र बाबू के ऊपर बहुत बारीकियों से शोध होना चाहिए. इसके बाद डॉ राजेन्द्र प्रसाद के परपौत्र एपी सिन्हा ने कहा कि जिनके बारे में आज यह आयोजन किया गया है वह सादगी के प्रतिमूर्ति थे. उनके गोद में खेलकर बढ़ना और उनके आदर्शों पर चलना ही जीवन की सबसे बड़ी पूंजी है. कार्यक्रम का संचालन सुमित श्रीवास्तव ने की, जबकि धन्यवाद ज्ञापन मनीषा श्रीवास्तव ने किया.
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