रेट बढ़ने की वजह से एमडीएम में अंडे की जगह दिया जा रहा मौसमी फल
Jamshedpur News :
सरकारी स्कूलों में पढ़ाई करने वाले बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए अंडे देने का प्रावधान है. इसके लिए सरकार की ओर से अलग से राशि दी जाती है. झारखंड में प्रति बच्चे अंडे के रूप में छह रुपये की राशि दी जाती है. हालांकि, बाजार में एक अंडे का रेट आठ रुपये हो गया है. इससे सरकारी स्कूल के प्रिंसिपलों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. इसे लेकर प्राचार्यों ने जिला शिक्षा विभाग को अपनी परेशानियों से अवगत कराया. शिक्षकों की परेशानियों से जिला शिक्षा अधीक्षक आशीष कुमार पांडेय ने उपायुक्त अनन्य मित्तल को अवगत कराया. जिसके बाद उपायुक्त ने अंडे की आपूर्ति के लिए थोक में अंडे की खरीदारी के लिए सेल्फ हेल्प ग्रुप की मदद लेने का निर्देश दिया, ताकि सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़े लोगों की मदद भी हो जाए और स्कूली बच्चों को कम कीमत पर अंडे नियमित रूप से मिल सके. इधर, अंडे के रेट बढ़ने की वजह से कुछ स्कूलों में बच्चों को अंडे की जगह पर मौसमी फल दी जा रही है. इसकी जानकारी भी जिला शिक्षा विभाग को दे दी गयी है.वर्जन…
जो रेट सरकार के स्तर से पूर्व में तय हुआ है, उसमें किसी प्रकार का बदलाव स्थानीय स्तर पर नहीं हो सकता है. शिक्षकों की परेशानियों से वरीय अधिकारियों को अवगत कराया गया है. कुछ स्कूलों में अंडे की जगह पर मौसमी फल देने की जानकारी मिली है. जल्द ही एमडीएम की समीक्षा भी की जाएगी.
आशीष कुमार पांडेय, जिला शिक्षा अधीक्षक, पूर्वी सिंहभूमB
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