Stock Market: आर्थिक आंकड़ों के आने के इंतजार और जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) में आई गिरावट की वजह से दिसंबर सीरीज की शुरुआत में सप्ताह के पहले कारोबारी सत्र सोमवार दो दिसंबर 2024 को घरेलू शेयर बाजार मिलेजुले रुख के साथ खुला. कारोबार की शुरुआत में बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 58.92 अंक या 0.07% फिसलकर 79,743.87 अंक के स्तर पर खुला. वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के निफ्टी ने 9.75 अंक या 0.04% की मामूली बढ़त के साथ 24,140.85 अंक पर अपने कामकाज की शुरुआत की. हालांकि, गिफ्ट निफ्टी 186.00 अंक या 0.76% गिरकर 24,213.50 अंक पर पहुंच गया. शुक्रवार 29 नवंबर 2024 को सेंसेक्स 759.05 अंक या 0.96% की तेज बढ़त के साथ 79,802.79 अंक और एनएसई निफ्टी 216.95 अंक 0.91% की उछाल के साथ वापसी करते हुए 24,131.10 अंक पर बंद हुआ था.
इन्फोसिस को सबसे अधिक नुकसान
शेयर बाजार के शुरुआती कारोबार में बीएसई में सूचीबद्ध 30 कंपनियों में से 23 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई. इसके सात शेयर बढ़त के साथ कारोबार करते दिखाई दिए. बीएसई में इन्फोसिस के शेयर ने सबसे अधिक नुकसान के साथ कारोबार की शुरुआत की. इसका शेयर 1.05% गिरकर 1838.85 रुपये के स्तर पर खुला. वहीं, मारुति सुजुकी इंडिया का शेयर 1.49% चढ़कर 11237.85 रुपये के स्तर पर पहुंच गया. एनएसई के 2268 शेयरों में से 1248 लाल निशान और 931 हरे निशान पर कारोबार कर रहे हैं. इसके 89 शेयरों में किसी प्रकार का बदलाव नहीं हुआ है. एनएसई में एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस का शेयर 1.46% गिरकर 648.15 पर खुला. वहीं, मारुति सुजुकी का शेयर यहां भी 1.64% बढ़त के साथ 11255.50 रुपये के स्तर पर अपना परचम लहराता दिखाई दे रहा है.
आर्थिक आंकड़ों पर निर्भर है बाजार की स्थिरता
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च हेड विनोद नायर के अनुसार, ”हमें उम्मीद है कि अच्छे मानसून, त्योहार और शादी सीजन के कारण दूसरी छमाही में इनकम की संभावनाएं सकारात्मक रहेंगी, जो दूसरी तिमाही के दौरान इनकम में आई गिरावट के प्रभाव को कम कर सकती हैं. निवेशकों का ध्यान यूएस और यूरोजोन मुद्रास्फीति संकेतकों पर भी गया, जो केंद्रीय बैंकों की दिसंबर नीति दरों को प्रभावित करेंगे. शेयर बाजार की स्थिरता इस सप्ताह आने वाले आर्थिक आंकड़ों पर निर्भर करेगी, जबकि बाजार में वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में जीडीपी में गिरावट से कुछ नतीजे देखने को मिल सकते हैं. दूसरी ओर, निवेशक आगामी आरबीआई मौद्रिक नीति पर कार्रवाई करने के लिए अधिक इच्छुक होंगे. हालांकि, आम सहमति यथास्थिति को दर्शाती है, लेकिन दूसरी तिमाही में धीमी वृद्धि के कारण फरवरी में दर में कटौती की संभावना अधिक है. सेवा और विनिर्माण पीएमआई आंकड़ा, ऑटो बिक्री और अमेरिकी नौकरी डेटा जैसे अन्य आर्थिक संकेतक भी निवेशकों का ध्यान आकर्षित करेंगे और फिर बाजार की गति बढ़ेगी.”
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एशिया के दूसरे बाजारों में भी मिलाजुला रुख
एशिया के दूसरे शेयर बाजारों की बात करें, तो जापान का निक्केई, हांगहांग का हैंगसेंग और चीन का शंघाई कंपोजिट बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है, जबकि दक्षिण कोरिया के कॉस्पी में गिरावट का रुख है. यूरोपीय बाजार शुक्रवार 29 नवंबर 2024 को बढ़त के साथ और अमेरिकी बाजार मिलेजुले रुख के साथ बंद हुए थे. वैश्विक तेल बाजार में ब्रेंट क्रूड शुक्रवार को 0.26% गिरकर 72.18 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ था.
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