Sambhal Violence: उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय और अन्य पार्टी नेताओं ने लखनऊ में पार्टी कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. ये नोर लगाते भी नजर आए. पुलिस ने इन्हें हिंसा प्रभावित संभल का दौरा करने से रोक दिया है. लखनऊ में यूपी कांग्रेस कार्यालय के बाहर पुलिस और कांग्रेस नेताओं के बीच धक्का-मुक्की हुई जिसका वीडियो न्यूज एजेंसी एएनआई ने जारी किया है. राय के नेतृत्व में कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल हिंसा प्रभावित संभल का दौरा करने के लिए पार्टी कार्यालय से रवाना हुआ जिसके बाद पुलिस से इनकी नोकझोंक हुई.
इससे पहले हिंसा की जांच के लिए न्यायिक आयोग की टीम रविवार को जामा मस्जिद पहुंची. इसमें हाई कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस डीके अरोड़ा, यूपी के पूर्व डीजीपी अरविंद कुमार जैन शामिल थे. जैन ने कहा कि जांच 2 महीने चलेगी. हम मामले की तह तक जाएंगे.
संभल में अत्याचार और अन्याय किया गया: अजय राय
सोमवार सुबह अजय राय ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, ”सभी पार्टी कार्यकर्ताओं ने तय किया कि हम अपने पार्टी कार्यालय में एक जगह जमा होंगे. हम गांधीवादी तरीके का पालन करेंगे. प्रशासन का काम हमें रोकना है, वे हमें रोकेंगे, जाना हमारा काम है और हम जाने की कोशिश करेंगे. हमारा वहां जाने का एक ही कारण है, उन्होंने वहां जो अत्याचार और अन्याय किया है, उसके बारे में सच सामने लाना. संभल में लोगों को पीटा गया, जिस तरह से उनके सिर में गोली मारी गई, सरकार इन सब चीजों से डरी हुई है. इसकी सच्चाई सामने लाने के लिए हम वहां जाना चाहते हैं. उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रमुख और अन्य कांग्रेस नेता बीती रात लखनऊ स्थित कांग्रेस कार्यालय में रहे.
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स्थानीय अदालत ने सर्वे का दिया था आदेश
19 नवंबर को स्थानीय अदालत द्वारा मस्जिद के सर्वे का आदेश दिए जाने के बाद से संभल में तनाव बना हुआ है. मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुका है. शीर्ष कोर्ट ने निचली अदालत को निर्देश दिया है कि वह मामले में कोई एक्शन न ले. न्यायालय द्वारा जामा मस्जिद के सर्वे के आदेश को लेकर प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प में चार लोगों की मौत हो गई थी.