Bihar News: मुजफ्फरपुर रेलवे पुलिस ने रविवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए चार शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है, जो रेलवे टिकटों में छेड़छाड़ कर यात्रियों को ठगने का काम कर रहे थे. पुलिस ने इन आरोपियों को पकड़ने के बाद पटना में स्थित एक होटल में छापेमारी की, जहां दो और शातिर गिरफ्तार हुए.
फर्जी टिकटों को 400 रुपये में बेच दिया करते थे.
पुलिस के मुताबिक, ये लोग 10 रुपये के सामान्य टिकटों को खरीदते थे और फिर उनकी जानकारी को बदलने के लिए टिकट पर ब्लेड से खुरच कर, एक छोटी सी मोहर से स्टेशनों, दूरी और किराया की जानकारी भरते थे. बाद में इन्हीं टिकटों को 400 रुपये तक में बेच दिया करते थे.
लोकल ट्रेन की टिकटों को बदलकर लंबी दूरी की टिकट बनाते थे
रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने इन आरोपियों से 125 मोहरे बरामद किए हैं, जिन पर स्टेशनों के नाम, दूरी और किराया लिखा हुआ था. आरोपियों का कहना है कि वे लोकल ट्रेन की टिकटों को बदलकर लंबी दूरी की टिकट बना देते थे, जिससे रोजाना 150 से 200 यात्रियों को ठग लिया जाता था.
पिछले दो साल से ये ठगी चल रही थी
RPF प्रभारी मनीष कुमार के मुताबिक, इस धोखाधड़ी का कारोबार पिछले दो सालों से बिहार के दरभंगा, बरौनी, पटना, समस्तीपुर, मधुबनी और मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशनों पर चल रहा था. खासकर पटना स्टेशन से टिकट खरीदी जाती थी, और बाद में दूसरे शहरों में ठगी की जाती थी. इस धोखाधड़ी से रेलवे को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा था, और फर्जी टिकट पर यात्रा करने वालों को जुर्माना भी भरना पड़ता था.
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गिरफ्तार आरोपियों के पास से बरामद हुआ सामान
गिरफ्तार शातिरों की पहचान उमेश सहनी, दशरत सहनी, विगू राम और संतोष साह के रूप में हुई है. इनके पास से 45 जनरल टिकट, 125 मोहरे और अन्य संदिग्ध सामान बरामद हुआ है. आरोपियों ने बताया कि दो महीने पहले एक यात्री को फर्जी टिकट बेची थी, जो बाद में टिकट काउंटर पर जाकर फर्जी पाया गया. इसके बाद रेलवे काउंटर पर कार्यरत कर्मचारियों ने इसकी सूचना रेल पुलिस को दी, और फिर मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई.