लोहरदगा.
लोहरदगा जिला में अधिवक्ता अभी भी कई सुविधाओं से महरूम है.अधिवक्ता दिवस पर प्रभात खबर ने परिचर्चा का आयोजन किया. अधिवक्ताओं ने कहा कि न्यायालय परिसर में अधिवक्ताओं के लिए अधिवक्ता भवन तो बना हुआ है, लेकिन उसमें बैठने की काफी कम जगह है. नतीजन अधिवक्ता खुले आसमान के नीचे बैठकर कार्यों का निष्पादन करते हैं.पैसा आया था, लेकिन आपसी तालमेल के अभाव में वापस लौट गया. अधिवक्ता दिवस पर अधिवक्ताओं ने अपनी बातों को रखते हुए कहा कि अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाये, क्योंकि वे लोग हमेशा खतरों से घिरे रहते हैं. उनकी सुविधाओं पर ध्यान देने की जरूरत है. बार भवन को और बेहतर बनाया जाये और वहां तमाम बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करायी जाये, ताकि अधिवक्ताओं को किसी तरह की परेशानी ना हो. अधिवक्ता कुमार चंद्र शेखर ने बताया कि लोहरदगा में अधिवक्ता लगातार इस तरह की मांग करते रहे हैं, लेकिन उनकी मांगों की पूर्ति अब तक नहीं हुई है. अधिवक्ताओं ने बताया कि उनके समक्ष भी कई समस्याएं हैं लेकिन वे लोग मुव्वकिलों की समस्याओं के समाधान पर ज्यादा ध्यान देते हैं. ताकि उन्हें किसी तरह की परेशानी ना हो. सबसे ज्यादा परेशानी होती है बरसात के दिनों में जब उन्हें बैठने में भी परेशानी होती है .अधिवक्ताओं ने बताया कि आने वाले दिनों में यदि उनकी समस्याओं का समाधान हो जाए तो काफी अच्छा होगा.अधिवक्ताओं ने कहा कि सरकार ने अधिवक्ताओं के लिए पेंशन की घोषणा की थी लेकिन अभी तक इसे लागू नहीं किया गया है.दुसरो को न्याय दिलाने वाले अधिवक्ता आज खुद ही समस्याओं के आगोश में हैं. अधिवक्ता अजय मित्तल ने कहा कि सरकार अधिवक्ताओं की ओर भी ध्यान दे.सरकार ने पेंशन की घोषणा तो कर दी है, लेकिन यह अब तक लागू नहीं हुआ है.सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी अधिवक्ता चिंतित रहते हैं. हर तरह के लोगों के साथ उनका सामना होता है. सरकार को इस ओर भी ध्यान देने की जरूरत है. मौके पर अधिवक्ता तरुण देवघरिया ,अजय मित्तल, कुमार चंद्र शेखर, अनील पांडेय,चंद्र प्रकाश पाठक ,फताउर रहमान,तिवारी जी सहित अन्य अधिवक्ता मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है