गोपालगंज. मॉडल सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में सोमवार को इलाज के दौरान एक मरीज की मौत हो गयी. आरोप है कि ऑक्सीजन सप्लाइ बाधित होने के कारण मरीज ने दम तोड़ दिया. मरीज को ऑक्सीजन मास्क लगा रहा, लेकिन ऑक्सीजन पाइपलाइन में लगे फ्लोमीटर ने सप्लाइ नहीं दी. नतीजा, मरीज लगभग 20 मिनट तक ऑक्सीजन के बगैर रहा और अंंतत: मौत हो गयी. घटना के बाद मरीज के बेटे ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया और इस मामले में सिविल सर्जन से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की.
सांस लेने में हो रही थी परेशानी
मृत मरीज का नाम युगुल देव प्रसाद था और उनकी उम्र 58 साल थी. कुचायकोट प्रखंड के बरनैया गोखुल गांव के रहनेवाले मृतक मरीज के पुत्र सतीश प्रसाद ने बताया कि उनके पिता को सांस लेने में परेशानी थी. निजी अस्पताल से उन्हें सदर अस्पताल के इरमजेंसी वार्ड में लाकर भर्ती कराया गया था. मरीज की स्थिति को देखते हुए चिकित्सक ने ऑक्सीजन चढ़ाने के लिए कंपाउंटर को कहा, लेकिन अनट्रेंड स्वास्थ्यकर्मी के द्वारा ऑक्सीजन चढ़ाया गया. ऑक्सीजन का मास्क मरीज के मुंह पर लगा था, लेकिन सप्लाइ बाधित थी, जिससे मरीज की मौत हो गयी. मरीज की मौत के बाद अनट्रेंड कर्मी इमरजेंसी वार्ड से फरार हो गया. बताया जा रहा है कि पारा मेडिकल कॉलेज से प्रशिक्षण के लिए छात्रों को इमरजेंसी वार्ड में रखा गया था, जिसके द्वारा मरीज को ऑक्सीजन चढ़ाया गया, लेकिन ऑक्सीजन की सप्लाइ नहीं मिल सकी और मरीज की जान चली गयी. वहीं, इस मामले को लेकर सिविल सर्जन डॉ बीरेंद्र प्रसाद से बात की गयी, तो उन्होंने कहा कि लिखित शिकायत मिलने पर मामले की जांच कर कार्रवाई की जायेगी. वहीं, मरीज की मौत के बाद से सदर अस्पताल में मरीजों की इलाज को लेकर किये गये व्यवस्था पर सवाल उठने लगा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है