बोकाराे, 2021 में 20-21 अक्तूबर को 292वीं एनजेसीएस मीटिंग. 2022 में 19 जुलाई को 293वीं एनजेसीएस मीटिंग, 2024 में 20 जनवरी को 294वीं एनजेसीएस मीटिंग. ऐसे में बोकारो स्टील प्लांट सहित सेल कर्मियों की समस्याओं का समाधान कैसे होगा. सालभर में एक-दो बार हीं एनजेसीएस की बैठक होती है. वेज रिवीजन, पर्क्स का एरियर सहित दर्जनों मांगें लंबित है. बीएसएल सहित सेल कर्मियों में आक्रोश व्याप्त है. एनजेसीएस की नियमित बैठक नहीं होने से कर्मियों को हर माह लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है.
नहीं मिल रहा बढ़ा हुआ वेतन व एरियर
2001 (1997) के वेज रिवीजन से प्रत्येक रिवीजन में 4-8 साल विलंब किया जा रहा है. इस कारण कर्मियों को कई नुकसान उठाना पड़ रहा है. गैर निर्वाचित नेताओं का समूह वेज रिवीजन समझौते पर सरकार के मंजूरी मिलने के दिन से पर्क्स में वृद्धि को प्रभावी करता है. इससे सेल कर्मी को पर्क्स का एरियर का भुगतान नहीं किया जाता है, जबकि अधिकारी को पर्क्स का एरियर का भुगतान किया जाता है. समय पर वेज रिवीजन नहीं होने से बढ़ा हुआ वेतन व एरियर नहीं दिया जाता है. इससे नुकसान होता है.
कर्मी को पांच लाख से 12 लाख रुपये तक का नुकसान
बीएसएल-सेल कर्मियों को फिटमेंट बेनिफिट का लाभ (एमजीबी) को दूसरे प्रमुख महारत्ना कंपनियों की तर्ज पर 15% नहीं किया गया. पर्क्स प्रतिशत का 35% नहीं मिला. 39 माह के फिटमेंट एरियर का भुगतान नहीं हुआ. 58 माह के पर्क्स एरियर का भुगतान नहीं हुआ. अधिकारियों की तर्ज पर हाउस पर्क्युजीट मद में 50% आयकर टैक्स का छूट नहीं मिला. ग्रेच्युटी सीलिंग को फिक्सड होने से कर्मी को पांच लाख से 12 लाख रुपये तक नुकसान हो रहा है. अधिकारियों का पेंशन 2007 व कर्मियों का पेंशन 2012 से लागू किया गया.दो विशेष इंक्रीमेंट का भुगतान नहीं
जनवरी 2012 से लेकर अक्टूबर 2021 तक अधिकारी वर्ग को 9% (लाभ में), 3% (घाटे में) के बदले कर्मचारियों को क्रमशः 6% व 2% ही लाभ मिला. कर्मियों के छुट्टियों में भेदभाव हो रहा है. वेतन समझौता विलंब के कारण हुए आर्थिक नुकसान की भरपाई के लिये दो विशेष इंक्रिमेंट का भुगतान नहीं हो रहा है.होली, दिवाली, ईद, क्रिसमस, गुरुनानक जयंती, दुर्गापुजा, मई दिवस जैसे त्योहारों के दिन ड्यूटी करने पर एक अतिरिक्त दिवस का वेतन भुगतान नहीं मिलता है. सेल कोलियरी में यह सुविधा पहले से लागू है.कोट
एनजेसीएस यूनियन व उसके नेता कर्मियों के लिए कार्य नहीं करते है, बल्कि सेल प्रबंधन को फायदा पहुंचाने के लिए कार्य करते है. कर्मियों के बगैर हल हुए मुद्दों की सूची एनजेसीएस यूनियन व उसके नेताओं की विफलता कहानी बता रहे है. बीएसएल अनाधिशासी कर्मचारी संघ बीएकेएस ने एनजेसीएस यूनियनों व उसके नेताओं की नाकामी का पोल खोला है.हरिओम,
अध्यक्ष, बीएकेएस बोकारोडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है