Darbhanga News: बेनीपुर. नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड 16 घोंघिया-लक्ष्मणपुर निवासी बद्री यादव के 25 वर्षीय पुत्र बसंत कुमार यादव की मौत रविवार की रात छत के ऊपर से गुजर रहे 33 हजार केवी विद्युत प्रवाहित तार के संपर्क में आने से हो गयी. इससे परिवार में कोहराम मच गया है. जानकारी के अनुसार बसंत रविवार की रात लगभग नौ बजे किसी काम से छत पर गया, इसी दौरान छत के ऊपर से गुजर रहे 33 हजार केवीए विद्युत प्रवाहित तार की चपेट में आ गया, जिससे बुरी तरह झुलसने से घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी. स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना बहेड़ा पुलिस को दी. पुलिस ने तत्काल शव को कब्जे में लेकर सोमवार को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. इधर, बसंत की मौत पर घर में कोहराम मच गया. बसंत चार भाई में दूसरे नंबर पर था. उसे तीन बच्चे हैं. पति की मौत पर विधवा पत्नी ज्योति कुमारी का रो-रोकर बुरा हाल है. पत्नी एक माह की बच्ची को गोद में लेकर विलाप कर रही थी. लोगों से कह रही थी कि अब इन दुधमुंहे का भरण-पोषण कैसे होगा.
लाेगाें ने की परिजन काे मुआवजा देने की मांग
इधर घटना के लिए स्थानीय लोगों ने विद्युत विभाग को जिम्मेवार ठहराते हुए विभाग से परिजन को मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि घर के ऊपर से 33 हजार तार गुजर रहा है. इसे हटाने के लिए कई बार विद्युत विभाग से गुहार लगायी गयी, लेकिन विभागीय अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया. समय रहते विभाग द्वारा तार हटा दिया गया होता तो आज बसंत की मौत नहीं होती. इस संबंध में पूछने पर कार्यपालक अभियंता अमोद कुमार ने बताया कि विद्युत प्रवाहित 33 हजार तार के नीचे घर बनाना प्रतिबंधित है, फिर भी लोगों द्वारा जबरन जहां-तहां नंगे तार के नीचे घर बना लिया जाता है. इसके लिए संबंधित व्यक्ति को विभाग से कई बार नोटिस भी जारी किया गया है. उन्होंने बताया कि फिलहाल विभाग से मृतक के परिजन को मुआवजा देने का कोई प्रावधान नहीं है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है