रांची. रिम्स के सेंट्रल लैब के निर्माण का कार्य 70 फीसदी पूरा हो गया है. सैंपल संग्रहित करने वाले हॉल की दीवार पर टाइल्स और फर्श पर मार्बल लगाया जा रहा है. वहीं, जहां मशीनों को रखना है उसकी आधारभूत संरचना का निर्माण तेजी से किया जा रहा है. निर्माण कर रहे कर्मियों का कहना है कि इस माह के अंत तक लैब पूरी तरह तैयार कर लिया जायेगा. इसके बाद मशीनों को स्थापित करने की जिम्मेदारी रिम्स की है. वहीं, रिम्स प्रबंधन ने सेंट्रल लैब की मशीनों के लिए कंपनी को आदेश दे दिया है. इधर, नव नियुक्त टेक्नीशियन को फिलहाल अलग-अलग जगह तैनात किया गया है. इन्हें सेंट्रल लैब के शुरू हाेते ही वहां प्रतिनियुक्त कर दिया जायेगा.
एमबीबीएस सीट 250 करने के लिए लिया जायेगा सुझाव
रांची. रिम्स में एमबीबीएस सीट 250 करने को लेकर सोमवार को बैठक हुई. इसमें वर्तमान आधारभूत संरचना, फैकल्टी और व्यवस्था पर चर्चा की गयी. बैठक में शामिल सदस्यों ने कहा कि क्षमता के अनुसार लैब, हॉस्टल सहित अन्य सुविधा का आकलन जरूरी है. इसके बाद सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि विभागाध्यक्षों से इस संबंध में बैठक की जाये और उनकी राय ली जाये. इसके बाद ही अंतिम रूप से सीट को 250 करने का प्रस्ताव तैयार किया जाये.रिम्स के 1974 बैच के डॉक्टरों ने मनाया गोल्डेन जुबली
रांची/भुरकुंडा. रिम्स के 1974 बैच के डॉक्टरों ने 50वें वर्ष को गोल्डेन जुबली के रूप में मनाया. डॉक्टर्स पतरातू डैम के नेतुआ टापू पहुंचे थे. यहां अपनी पुरानी यादें ताजा की. पिकनिक का भी आनंद उठाया. तीन दिसंबर को डॉ राजेंद्र प्रसाद की जयंती पर मोरहाबादी मैदान रांची में रन फॉर हेल्थ के आयोजन के बाद रिम्स परिसर में पौधरोपण कार्यक्रम की बात कही. गोल्डेन जुबली कार्यक्रम में भारत, अमेरिका, नेपाल व अन्य देशों से कुल 83 डॉक्टर्स शामिल हुए. मौके पर डॉ संयुक्ता लिऊ, डॉ यूएस प्रसाद, डॉ सुरेंद्र कुमार सिंह, नेपाल की स्वास्थ्य सचिव रह चुकीं डॉ सुधा शर्मा, डॉ कुमार विजय सिन्हा, आर्मी से सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर डॉ निखिलेश कुमार, संयोजक डॉ मधु कुमार उपस्थित थे.मारपीट की पुष्टि के लिए फुटेज निकालने का निर्देश
रांची. रिम्स में डेंटल कॉलेज और एमबीबीएस (सत्र 2019) विद्यार्थियों के बीच हुई मारपीट की पुष्टि के लिए सीसीटीवी फुटेज निकालने का निर्देश दिया गया है. डीन स्टूडेंट एंड वेलफेयर ने इससे संबंधित आदेश जारी किया है. इसमें कहा गया है कि अगर मारपीट की पुष्टि होती है तो चिह्नित विद्यार्थियों को पहले शो कॉज और इसके बाद आर्थिक दंड लगाया जायेगा.
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