संवाददाता, फुलवारीशरीफ : पुनपुन रेलवे क्रॉसिंग के पश्चिम स्थित एक 63 केवी का ट्रांसफाॅर्मर सोमवार की सुबह अचानक फट गया. इस दौरान वहां से गुजर रही दो महिलाएं और एक बच्ची ट्रांसफॉर्मर के गर्म तेल के छींटे से झुलस गयी़ं एक महिला 80%, जबकि दूसरी महिला 90% तक जल गयीं. अस्पताल में इलाज के दौरान इनमें से एक 55 वर्षीया यशोदा देवी (पति स्वर्गीय राम परीक्षण राम) की मौत हो गयी. वहीं, यशोदा देवी की 38 वर्षीया बेटी सरिता देवी (पति मुन्ना दास ) और सरिता देवी के देवर राजेश कुमार की 10 वर्षीया बेटी अंजली कुमारी गंभीर रूप से घायल हैं. ये सभी ग्राम बधपुर पुनपुन सुरक्षा बांध निवासी हैं और दोनों महिलाएं व बच्ची एक ही परिवार की हैं. स्थानीय दुकानदारों और राहगीरों ने किसी तरह कपड़ा लपेट कर तीनों के शरीर को ढका और उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की और अस्पताल भेजा. मौके पर सूचना मिलते ही पहुंची फायर ब्रिगेड, बिजली विभाग और स्थानीय थाना पुलिस की टीम ने किसी तरह ट्रांसफॉर्मर में लगी आग को बुझाया. पीएमसीएच प्रिंसिपल डॉ. विद्यापति चौधरी ने बताया कि तीन मरीजों को पीएमसीएच में लाया गया था. दो महिलाओं बुरी तरह से झुलसी हुई थीं. इनमें एक 90 तो दूसरी 80 प्रतिशत तक झुलसी हुई थी. हालांकि बच्ची के हालत में सुधार है. वह सिर्फ 10 प्रतिशत जली थी.
गर्म तेल से झुलस रही मां-बेटी और नतिनी पर फेंकने लगे पानी और बालू
स्थानीय लोगों ने बताया कि मुन्ना दास की सास यशोदा देवी की तबीयत खराब रहती है, जिसके चलते वह बेटी के घर आयी हुई थीं. यशोदा देवी अपनी बेटी सरिता देवी व परिवार की बच्ची आरती कुमारी के साथ पुनपुन रेलवे गुमटी के पश्चिम में क्लिनिक में दिखलाने गयी थीं. वहां से लौटते समय ट्रांसफाॅर्मर अचानक जोरदार धमाकेदार के साथ फट गया और उसमें से गरम तेल बाहर की ओर फेंकने लगा, जिसकी चपेट में आकर वहां से गुजर रही तीनों जलने लगी. यह देख स्थानीय लोग पानी और बालू का बौछार करने लगे. इस दौरान तीनों जोर-जोर से चिल्लाने लगीं.महिलाओं ने तीनों के शरीर को कपड़ों से ढका
आसपास के घरों की बड़ी संख्या में महिलाएं भी आगे आयी और तीनों जल रही महिलाओं के शरीर को कपड़ों से ढका गया. चंद कदमों की दूरी पर तीनों का गांव बकपुर (बधपुर )भी है.जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में परिजन और लोग वहां से दौड़े आये. इस बीच लोगों ने कपड़ा लपेट कर उनके शरीर में लगे हुए आग को बुझाना शुरू किया और किसी तरह एंबुलेंस बुलवाकर आनन-फानन अस्पताल में भेजा गया. तीनों को स्थानीय अस्पताल में प्राथमिक इलाज के बाद पटना रेफर कर दिया गया. पीएमसीएच में ले जाने के बाद परिजन वहां से निजी अस्पताल में ले गये, जहां इलाज के दौरान यशोदा देवी की मौत हो गयी.200 केवी का ट्रांसफॉर्मर लगाने की मांग
घटना की जानकारी मिलने पर भाकपा माले की टीम वहां गुरुदेव दास के नेतृत्व में पहुंची. गुरुदेव दास ने बताया कि यहां लोड बहुत ज्यादा है. ट्रांसफाॅर्मर मात्र 63 केवी लगा हुआ था, जबकि यहां 200 केवी का ट्रांसफाॅर्मर लगना चाहिए. उन्होंने इस घटना के लिए बिजली विभाग की लापरवाही जिम्मेदार बताया. बिजली विभाग अधिकारी ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है. और वहां नया ट्रांसफाॅर्मर भेजा जा रहा है. नियमानुसार पीड़ितों को सरकारी सहायता उपलब्ध करायी जायेगी.मार्च में सिविल कोर्ट में फटा था ट्रांसफॉर्मर, एक की हुई थी मौत
इसी साल 13 मार्च को पटना सिविल कोर्ट के गेट नंबर एक के पास लगा ट्रांसफॉर्मर फटने से नोटरी पब्लिक वकील दवींद्र प्रसाद की मौत हो गयी थी. वहीं, वकील हरि नारायण गुप्ता समेत चार लोग झुलस गय थे. इसके अलावा दवींद्र का टेबुल, कुर्सी समेत सभी सामान जल कर राख हो गये थे.50 लाख रुपये मुआवजे की मांग
माले विधायक गोपाल रविदास ने पुनपुन बांध पर ट्रांसफाॅर्मर फटने से महिलाओं के हताहत होने की घटना को अत्यंत दुखद बताया है. उन्होंने कहा कि इस घटना के लिए पूरी तरह से बिजली विभाग जिम्मेदार है. उन्होंने बिजली विभाग के अलावा सरकार से पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये मुआवजा और घायलों का समुचित इलाज कराने की मांग की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है