Bhagalpur News: भागलपुर में पूज्य गणिनी आर्यिका श्री सौम्यनंदिनी माताजी संघ के साथ मंगलवार को चंपापुर दिगंबर जैन सिद्ध क्षेत्र पहुंची. सिद्ध क्षेत्र में उपस्थित श्रद्धालुओं ने आर्यिका का जयघोष से स्वागत किया. जैन धर्म के 12वें तीर्थंकर भगवान वासुपूज्य जी के पंच कल्याणक स्थल पर पहुंच सभी साध्वियों के चेहरे पर आनंद की अनुभूति झलक रही थी. जानकारी दी गयी है कि पूज्य साध्वी जी संघ सहित सम्मेद शिखर जी गिरिडीह से पद विहार करते हुए मंदार के रास्ते चंपापुर सिद्ध क्षेत्र पहुंची हैं. इस अवसर पर सबों ने मंदिर का दर्शन किया.
ये लोग रहे मौजूद
भगवान वासुपूज्य की पद्मासन प्रतिमा के समक्ष ध्यान किया. इस अवसर पर आर्यिकाश्री का चरण पखारन राजीव पाटनी, सुनील काला, कमलेश पाटनी ने किया. विजय रारा, पदम पाटनी, जय कुमार काला, अमित बड़जात्या, कमलेश पाटनी, राजीव पाटनी, अनूप गंगवाल, इम्फाल, कौशल जैन, अभिजीत शाह, सांगली, अजय विनायका, शिलांग समेत अन्य भी मौजूद थे.
आध्यात्मिक उर्जा से भरपूर है भगवान वासुपूज्य की स्थली
आर्यिका सौम्यनंदिनी माताजी ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान वासुपूज्य की ये पावन स्थली आध्यात्मिक ऊर्जा से भरपूर है. उन्होंने कहा कि उपदेश सुनें और जीवन में समन्वय बनाकर जियें. धर्म मार्ग में रहने वाले न तो अटकते हैं और न ही भटकते हैं. क्रोध स्वयं को हानि पहुंचाता है दूसरे को नहीं. धर्म गौरव है और उसे पाने वाले मायूस नहीं, गौरवान्वित होते हैं. बुरे का बुरा होता है का विचार करिये, बेईमानी अपने आप दूर हो जायेगी. कोई किसी की रक्षा नहीं करता, मात्र व्यक्ति की पवित्रता ही उसकी रक्षक है. इज्जत खोकर जीना, जीना नहीं मरना है. मूल्यहीन जिंदगी, जिंदगी नहीं मृत्यु है.