पूर्णिया. दिवस विशेष पर पूर्णिया में भारत रत्न से सम्मानित देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद याद किए गये. पूर्णियावासियों ने उन्हें नमन किया और उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया. शहर के राजेन्द्र बाल उद्यान में मंगलवार को बड़ी गर्मजोशी के साथ डॉ राजेन्द्र प्रसाद की जयंती मनायी गई. इस अवसर पर डॉ राजेंद्र प्रसाद जी की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किए गये. समारोह का आयोजन राजेन्द्र बाल उद्यान समिति की ओर से किया गया था जिसमें शहर के प्रबुद्ध नागरिकों ने अहम भागीदारी निभायी. इस अवसर पर समिति के सदस्यों ने उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला और इस बात पर गर्व जताया कि देश के पहले राष्ट्रपति बिहार से थे. मौके पर वक्ताओं ने डॉ राजेन्द्र प्रसाद को नमन करते हुए कहा कि राजेन्द्र बाबू जैसा व्यक्तित्व विरले ही पैदा लेता है. ऐसे महापुरुष की विचारधाराओं को लेकर हमें हमेशा यह सोच रखनी चाहिए कि बिहार का सम्मान विश्व स्तर पर कायम रहे. वक्ताओं ने कहा कि उनके जैसा सीधा, सच्चा, सादा व्यक्तित्व का व्यक्ति आज की राजनीति में मिलना मुश्किल है. इस अवसर पर प्रबुद्धजनों ने कहा कि बारह वर्षों के राष्ट्रपति कार्यकाल में उन्होंने देश को नई दिशा प्रदान की. कहा गया कि भारत गणराज्य को आकार देने में प्रमुख वास्तुकारों में से एक डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद थे. सन 1962 में उन्हें भारतरत्न से अलंकृत किया गया था. मौजूद लोगों ने कहा कि हमें उनके आदर्श व विचारों पर चलना चाहिए. तभी सच्ची श्रद्धांजलि होगी. इस मौके पर रामानंद सहाय, रूपेश नन्दन कुमार, डालचंद संचेती, अभय कुमार चांद, सुमित प्रकाश, निशा प्रकाश गोयल, सरिता राय, रीता सिन्हा, स्वाति वैश्यंत्री, ऋषि कुमार, हीना सईद, राजेश कुमार दास, सुबोध झा, शम्भू सिंह, अरुण कुमार सिंह, दिलीप कुमार आदि उपस्थित थे. फोटो-3 पूर्णिया 6- जयंती के मौके पर उपस्थित प्रबुद्धजन.
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