लोगाें की शिकायत पर भी पार्षद व नगर प्रशासक बना है मूकदर्शक
गंभीर बीमारी की संभावना से सहमे हुए हैं आसपास के मोहल्लों के सैकड़ों लोग
कटिहार. वार्ड नंबर दो बालूटोला के लोग नगर निगम प्रशासन के उदासीन रवैये के शिकार हैं. यहां निकासी के अभाव में कई वर्षों से पारा मेडिकल प्रशिक्षण केंद्र का गंदा पानी गिरने से उक्त मोहल्ले के लोग परेशान हैं. वार्ड के लोगों द्वारा पार्षद को शिकायत के बाद भी मूकदर्शक बने रहने से लोग हमेशा समस्याओं से रूबरू हो रहे हैं. उक्त मोहल्ले के रमण सिंह, सूरज रविदास, मुन्ना कुमार, रूपेश कुमार समेत दर्जनों लोगों की माने तो पारा मेडिकल प्रशिक्षण बनने के बाद से इस तरह की समस्या से लोगाें काे गुजरने की मजबूरी बनी हुई है. हर हमेशा टंकी का गंदा पानी सड़क पर गिरने से एक ओर जहां आवागमन में परेशानी हाे रही है. दूसरी ओर मंदिर जाने वाली महिलाओं को भी इससे प्रभावित होना पड़ रहा है. बरसात के दिनों में उक्त आवागमन वाली सड़क जहां बजबजाते रहती है. वहीं दूसरी ओर आमदिनों में भी टंकी का गंदा पानी बहते रहने से नामांकित छात्र-छात्राओं को परेशान होना पड़ रहा है. 24 घंटे उक्त सड़क पर गंदा पानी बहते रहने से मोहल्ले के लोगों के गंभीर बीमारी की संभावना से सहमे हुए हैं. प्रतिदिन सुबह साढ़े नौ बजे सैकड़ों की संख्या में निकलने वाले छात्र नाक पर रूमाल रखकर मुख्य सड़क पर आने को विवश हैं. मालूम हो कि उक्त सड़क से इंद्रपुरी मोहल्ले के भी सैकड़ों लोग मुख्य सड़क आते जाते हैं.सड़क निर्माण नहीं होने से आवागमन प्रभावित
वार्ड के लोगों का मानना है कि कटिहार-पूर्णिया एनएच 131 ए पथ से शमशरेगंज जाने वाली खरंजा सड़क की हालत बद से बदतर है. इसी सड़क से ब्रांच सड़क की मांग मोहल्ले के लोगों द्वारा वर्षाें से की जाती रही है. ब्रांच सड़क के निर्माण होने के बाद एक ओर जहां पारा मेडिकल प्रशिक्षण केंद्र में जाने आने में सहूलियत होगी. आम लोगों को इसका लाभ मिलेगा. खासकर बरसात के समय में सड़क पर लगने वाली जलजमाव की समस्या से लोगों को हमेशा से निदान मिल पायेगा. इधर वार्ड पार्षद मुर्सरत जहां का कहना है कि सड़क निर्माण से लेकर सड़क पर गिरने वाली गंदा पानी को लेकर निगम आयुक्त को अवगत कराया गया है. इसके बाद भी उचित कदम नहीं उठाने से हमेशा वार्डवासियों के गुस्से का शिकार होना पड़ता है.——बयान——–
वार्ड वासियों की शिकायत पर उचित कदम उठाया जायेगा. संबंधित पदाधिकारी से पूछताछ के बाद ही मामले का निबटारा संभव हो पायेगा. इससे पूर्व कई बार टंकी सफाई के लिए निगम की ओर से टंकी उपलब्ध करायी गयी है. ऐसा संबंधित पदाधिकारी का भी कहना है.
संतोष कुमार, नगर आयुक्तB
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