Patna News: राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद की जयंती को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बीएसइबी) ने ‘मेधा दिवस’ के रूप में सेलिब्रेट किया. मंगलवार को ज्ञान भवन में हुए समारोह में इंटर और मैट्रिक परीक्षा 2024 के टॉपर विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया. मौके पर शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने कुल 75 मेधावी छात्रों को प्रोत्साहित किया व उन्हें मेडल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. इस अवसर पर टॉपर्स को मेडल, एक लाख रुपये और लैपटॉप दिये गये. इस दौरान देशरत्न डॉ राजेन्द्र प्रसाद की जयंती भी मनायी गयी.
बोर्ड के नौ प्रमंडलों के क्षेत्रीय कार्यालयों में ऑनलाइन होगी परीक्षा : आनंद किशोर
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से मंगलवार को मेधा दिवस समारोह -2024 मनाया गया. कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत करते हुए समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा कि इन विद्यार्थियों ने अपनी मेहनत, कठिन परिश्रम एवं प्रतिभा के बल पर यह उपलब्धि हासिल की है. बोर्ड ने मेधावी स्टूडेंट्स के लिए नि:शुल्क कोचिंग की शुरुआत की है. इंजीनियरिंग व मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराने के लिए बोर्ड पटना में नि:शुल्क आवासीय कोचिंग का संचालन कर रही है. इसके साथ राज्य के सभी नौ प्रमंडलों में भी नि:शुल्क गैर-आवासीय कोचिंग का संचालन बोर्ड कर रहा है, जिससे निश्चित रूप में राज्य के मेधावी विद्यार्थी लाभान्वित हुए हैं.
नौ प्रमंडलों में स्थापित परीक्षा भवन जहां क्षेत्रीय कार्यालय भी संचालित किया जा रहा है, वहां अब ऑनलाइन परीक्षा व्यवस्था बहाल की जायेगी. सभी नौ प्रमंडलों में चार-पांच तल्ले का यह भवन अब ऑनलाइन परीक्षा सेंटर के नाम से भी जाना जायेगा. समिति के क्षेत्रीय कार्यालयों में ऑनलाइन परीक्षा लेने हेतु समिति द्वारा आवश्यक कार्यवाही की गयी है. आने वाले समय में परीक्षाओं के मद्देनजर ऐसे कई प्रयोग किये जा रहे हैं, जो ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों प्रकार की परीक्षाओं के लिए कीर्तिमान साबित होंगे. गत वर्ष मुख्यमंत्री ने बापू परीक्षा परिसर का उद्घाटन किया, जिसमें विभिन्न आयोगों, संस्थानों की परीक्षाओं का आयोजन किया जा रहा है.
लक्ष्य निर्धारित कर ज्ञान अर्जित करनी चाहिए : सृजन पाल सिंह
मेधा दिवस समारोह-2024 के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में डॉ राजेंद्र प्रसाद स्मृति व्याख्यान का आयोजन किया गया. डॉ एपीजे अब्दुल कलाम सेंटर के सीईओ सृजन पाल सिंह ने व्याख्यान को संबोधित किया. उन्होंने सभी टॉपर विद्यार्थियों को बधाई दी और कहा कि विद्यार्थियों को अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए कठिन परिश्रम करना चाहिए. उन्होंने कहा स्टूडेंट्स हर क्षेत्र में बेहतर करें. रिसर्च पर भी काम करें. आने वाले दो साल में देश में हाइड्रोजन से गाड़ियां चलेगी. इस मामले में भारत पहला देश होगा. उन्होंने स्टूडेंट्स से कहा कि आप कैसे याद रखे जायेंगे यह आज से सोचना शुरू करें.
सभी लैब को डिजिटलीकरण कर वीआर से जोड़ा गया
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम सेंटर के सीईओ सृजन पाल सिंह ने स्टूडेंट्स के लिए वर्चुअल रियलिटी (वीआर) दिखाने के लिए लाया था. हॉल के बाहर स्टूडेंट्स ने रॉकेट कैसे लॉन्च होता है उसे खुद से करके देखा. वीआर के माध्यम से कंप्यूटर जनित वातावरण बना, जिसमें दृश्य और वस्तुएं वास्तविक लगी और स्टूडेंट्स ने रॉकेट को लॉन्च किया. सृजन पाल सिंह ने कहा कि संभव नहीं है कि स्टूडेंट्स बड़े-बड़े लैब जायें इसलिए इस तरह की व्यवस्था वर्चुअल रियलिटी (वीआर) तैयार की गयी है. वीआर सभी भाषाओं में है. कलाम साहब ने कहा था कि शिक्षा सभी को एक समान मिले. उसी को ध्यान में रख कर वीआर तैयार किया गया है और सभी लैब को डिजिटलीकरण किया गया है.
नृत्य-नाटिका की प्रस्तुति दे छात्राओं ने दिया कई संदेश
मेधा दिवस समारोह के अवसर पर विभिन्न स्कूलों की छात्राओं ने नृत्य-नाटिका के माध्यम से महत्वपूर्ण संदेश दिए. बांकीपुर राजकीय बालिका उच्च विद्यालय की 33 छात्राओं ने ”एक भारत, सर्वश्रेष्ठ भारत” विषय पर शानदार प्रस्तुति दी, जिसमें देशभक्ति का जोश और एकता का संदेश दिया गया. राजकीय कन्या उच्च विद्यालय, गुलजारबाग की छात्राओं ने नारी शिक्षा और सशक्तिकरण के विभिन्न पहलुओं पर प्रस्तुति दी, जो समाज में महिलाओं की भूमिका को उजागर करती है. वहीं, शास्त्रीनगर स्थित राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं ने स्कूली छात्र-छात्राओं पर सोशल मीडिया के दुरुपयोग के प्रभाव पर जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से नृत्य-नाटिका की प्रस्तुति दी. इन प्रस्तुतियों ने समाज के विभिन्न पहलुओं पर विचार करने के लिए प्रेरित किया और उपस्थित दर्शकों को महत्वपूर्ण संदेश दिए.
10वीं के टॉपर्स बोले
राजेंद्र प्रसाद की जयंती के अवसर पर सम्मान मिलना बेहद खुशी का पल है. इसके साथ ही आज मेरी मां का भी जन्मदिन है. काफी खुशी हो रही है. पिता एलआईसी के एजेंट हैं. घर में लैपटॉप नहीं था. अब इसका प्रयोग पढ़ाई करने में करूंगा. अभी मैं इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहा हूं. – शिवांकर कुमार, रैंक 1
मैं समस्तीपुर का रहने वाला हूं. पिता मजदूरी कर हमें पढ़ा रहे हैं. मां ने एक-एक पैसे को बचाकर पढ़ाई में लगाया है. अभी आईआईटी जेईई की तैयारी कर रहा हूं. मैं नौकरी कर अपने परिवार के सभी लोगों को आराम देना चाहता हूं. इस सम्मान ने हौसला दुगुना कर दिया है. – आदर्श कुमार, रैंक 2
जमुई के सिमुलतला आवासीय विद्यालय से मैंने दसवीं की पढ़ाई करते हुए 486 मार्क्स लाए, जिसके लिए आज सम्मानित किया गया है. मैं औरंगाबाद का रहने वाला हूं. अभी कोटा में रहकर इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहा हूं. वहां काफी अच्छा माहौल है. – आदित्य कुमार, रैंक 3
मैं मधुबनी का रहने वाला हूं. अभी मैं सिर्फ इंटरमीडिएट बोर्ड की तैयारी कर रहा हूं. 12वीं में भी बेहतर करने की कोशिश है. पिता किसान हैं. लेकिन, उन्होंने हमेशा पढ़ाई के लिए प्रेरित किया है. मुझे सिविल सर्विस में योगदान देना है. अभी दोस्तों संग बोरिंग रोड में रहता हूं. – सुमन कुमार पूर्वे, रैंक 3
मेरे सफलता में पिता राजेश कुमार सिंह का हाथ है. वे प्रेरणा स्रोत हैं. उनकी मेहनत को देख पढ़ाई में हमेशा मन लगा रहता है. मेरे पिता प्राइवेट वाहन चलाते हैं. अभी 5 से 6 घंटे प्रतिदिन पढ़ती हूं. डॉक्टर बनना चाहती हूं. – पलक कुमारी, रैंक 3
12वीं: वाणिज्य संकाय टॉपर्स बोले-
- मैं शेखपुरा की रहने वाली हूं. 12वीं में 478 अंक प्राप्त की. आज सम्मानित होने से काफी खुशी हो रही है. हौसला बुलंद हो गया है. घर में प्रतिदिन 10 घंटे पढ़ाई करती हूं. मुझे सीए बनना है. साथ ही, मुंबई से ऑनलाइन माध्यम से बीकॉम कर रही हूं. – प्रिया कुमारी, रैंक 1
- देशरत्न राजेंद्र प्रसाद की जयंती के अवसर शिक्षा मंत्री के हाथों सम्मान प्राप्त कर काफी गौरवान्वित हुआ हूं. मेरे सफलता में माता-पिता का काफी सहयोग रहा है. सिर्फ चार घंटे प्रतिदिन पढ़ता हूं. लेकिन, ध्यान से पढ़ता हूं. 12वीं में इसी मूल मंत्र से 470 मार्क्स लाया था. – सौरभ कुमार, रैंक 2
- हर दिन दस घंटे की पढ़ाई के कारण आज यह सम्मान प्राप्त किया है. मैं नवादा जिले का रहने वाला हूं. अभी इतिहास विषय से ग्रेजुएशन कर रहा हूं. मैं बीपीएससी क्वालीफाई कर अपने प्रदेश में सेवा देना चाहता हूं. पिता पोस्टमास्टर हैं. – कुणाल कुमार, रैंक 3
12वीं: कला संकाय के टॉपर
- सेल्फ स्टडी पढ़ाई में बहुत महत्वपूर्ण है. साथ ही, बार-बार रिवीजन. क्लास में पढ़ाई के बाद इसे फॉलो करने से ही मैं आज सम्मानित हो पाया हूं. कॉलेज ऑफ कॉमर्स, आर्ट्स एंड साइंस से अभी भूगोल में ग्रेजुएशन कर रहा हूं. मुझे यूपीएससी क्वालीफाई करना है. – तुषार कुमार, रैंक 1
- मैंने 12वीं में 473 अंक प्राप्त किया था. मेरे पिता सेवानिवृत्त अभियंता हैं. लेकिन, मैं यूपीएससी की तैयारी करना चाहती हूं. कंकड़बाग की रहने वाली हूं, तो बाहर भी नहीं जाना होगा. अभी पटना से ही राजनीति विज्ञान में स्नातक कर रही हूं. – निशी सिन्हा, रैंक 2
- सम्मान मिलने से हौसला काफी बुलंद हुआ है. इसका फायदा मुझे आगे काम आएगा. साथ ही, लैपटॉप का उपयोग पढ़ाई के लिए करूंगी. अभी इतिहास विषय से ग्रेजुएशन कर रही हूं. यूपीएससी में सफल होकर आईएएस अधिकारी बनना चाहती हूं. – तनु कुमारी, रैंक 3
12वीं: विज्ञान संकाय के टॉपर
- मेरे लिए यह उपलब्धि गर्व का विषय है. दिन-रात की कड़ी मेहनत से मैंने यह स्थान प्राप्त किया है. माता-पिता का पूरा समर्थन है. दिल्ली में रहकर अब मैं सिविल सर्विस की तैयारी कर रहा हूं. आईएएस बनकर समाज की सेवा करना चाहता हूं. – मृत्युंजय कुमार, रैंक 1
- यह सम्मान मेरे लिए बहुत मायने रखता है. मैं हमेशा 8 से 10 घंटे प्रतिदिन पढ़ाई करती हूं. मेरी सफलता में मेरे माता-पिता और गुरुजनों का आशीर्वाद है. मुझे यूपीएससी क्रैक करना है और समाज में सकारात्मक बदलाव लाना है. पिता धर्मेंद्र कुमार बिजनेसमैन हैं. – सिमरन गुप्ता, रैंक 2
- यह मेरी मेहनत और समर्पण का परिणाम है. 12वीं के दौरान मुझे 10 घंटे तक पढ़ाई करने का आदत थी. जिससे बोर्ड में 477 अंक प्राप्त भी किया था. सीतामढ़ी का रहने वाला हूं. वहीं से इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन कर रहा हूं. अब मेरा लक्ष्य यूपीएससी में सफल होना है. – वरूण कुमार, रैंक 2
- यह सम्मान मेरी मेहनत और समर्पण का फल है. पढ़ाई के प्रति मेरी निष्ठा हमेशा उच्च रही है. मैं आगे चलकर आईएएस अधिकारी बनना चाहता हूं और देश व समाज के सही निर्माण में योगदान करना चाहता हूं. गोपालगंज का रहने वाला हूं. अभी इतिहास विषय से ग्रेजुएशन कर रहा हूं. – प्रिंस कुमार, रैंक 3