गुमला.
परमवीर चक्र विजेता लांस नायक अलबर्ट एक्का के शहादत दिवस पर जिला प्रशासन ने मंगलवार को पीएइ स्टेडियम परिसर स्थित उनकी प्रतिमा के पास कार्यक्रम आयोजित किया. उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी, डीडीसी दिलेश्वर महतो, अपर समाहर्ता शशिंद्र कुमार बड़ाइक, अनुमंडल पदाधिकारी सदर राजीव नीरज, जिला परिवहन पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, एसडीपीओ गुमला, कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद, बीडीओ अशोक कुमार चोपड़ा, अंचलाधिकारी हरीश कुमार समेत अन्य पदाधिकारियों व कर्मियों ने प्रतिमा पर पुष्पार्चन कर श्रद्धांजलि अर्पित की. उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने कहा कि अलबर्ट एक्का का बलिदान गुमला व झारखंड ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणा देने वाला है. शहीद अलबर्ट एक्का के नाम से जिले में एक प्रखंड को अलबर्ट एक्का जारी प्रखंड नाम दिया गया है. आज उनके शहादत दिवस के दिन उनसे उनकी देशभक्ति और उनके आदर्श से प्रेरणा लें. ज्ञात हो कि 1971 में भारत व पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध में तीन दिसंबर को गुमला जिले के लाल अलबर्ट एक्का शहीद हो गये थे. गुमला जिला उनकी शहादत को हर वर्ष याद करता रहा है. मौके पर काफी संख्या में लोग मौजूद थे.देश भक्तों के दिलों में राज करते हैं शहीद : विधायक
गुमला.
जिले के सभी 12 प्रखंडों में मंगलवार को लांस नायक परमवीर अलबर्ट एक्का का शहादत दिवस दिवस मनाया गया. पीएइ स्टेडियम गुमला परिसर में स्थापित लांस नायक परमवीर अलबर्ट एक्का की प्रतिमा के समक्ष मुख्य कार्यक्रम हुआ. विधायक भूषण तिर्की, डीसी कर्ण सत्यार्थी समेत कई प्रशासनिक अधिकारी व संगठन के लोगों ने प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. विधायक भूषण तिर्की ने कहा कि जब तक सूरज-चांद रहेगा, तब तक लांस नायक परमवीर अलबर्ट एक्का का नाम रहेगा. देश के लिए मरने वाले युगों युग तक देशभक्तों के दिलों में राज करते हैं. उन्होंने कहा कि परमवीर अलबर्ट एक्का की शौर्यगाथा अपने आप में अनूठी है. अलबर्ट एक्का 1971 ईस्वी के युद्ध में अपनी जान की परवाह किये बिना ही न केवल दुश्मनों के छक्के छुड़ा दिये थे, बल्कि वहां भारत का परचम लहराया. आज के समय में युवाओं को परमवीर अलबर्ट एक्का से प्रेरणा लेकर देश सेवा के लिए आगे आने की जरूरत है. नगर परिषद के निवर्तमान उपाध्यक्ष सह झामुमो अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष मोहम्मद कलीम अख्तर ने कहा कि गुमला जिला वीरों की धरती है. परमवीर अलबर्ट एक्का ने भारत देश की अखंडता और संप्रभुता को बनाये रखने के लिए अपनी जान तक न्योछावर कर दिया. ऐसे वीर सपूत पर ना केवल गुमला जिलावासियों, बल्कि पूरे देश को नाज है. मौके पर मो लड्डन, रंजीत सिंह, आरिफ अंसारी, मो मोशाहिद आजमी, मो मकसूद, मो मेराज, संजय सिंह, खुर्शीद आलम, कृष्णा उरांव, कृष्ण लोहरा, अफसर आलम, राकेश लकड़ा, कलिस्ता बरवा, नीरज तिर्की, अनवर खान, नुरुल होदा, हरिओम साहू, बाबूलाल शर्मा, मो मेराज, आदिल वारसी, बबलू, सिकुदा लकड़ा, प्रदीप सिंह, रंजीत तिर्की, शकील खान, इरफान अली, मीडिया प्रभारी मोहम्मद साजिद आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है