Darbhanga News: दरभंगा. देश के प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद की जयंती पर राजेंद्र भवन (टाउन हॉल) परिसर स्थित उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण किया गया. वक्ताओं ने तीन दिसंबर को डॉ राजेंद्र प्रसाद की जयंती पर राजकीय अवकाश घोषित करने तथा राजेंद्र बाबू की आदमकद प्रतिमा राजेंद्र भवन में स्थापित करने की राज्य सरकार से मांग की. कार्यक्रम का नेतृत्व करते हुए आरके दत्ता ने कहा कि डॉ राजेंद्र प्रसाद महान स्वतंत्रता सेनानी थे. संविधान निर्माण में उनका अहम योगदान था.
अगले साल से बड़े स्तर पर मनायी जायेगी जयंती
वक्ताओं ने कहा कि डॉ राजेंद्र प्रसाद दो बार देश के राष्ट्रपति बने. उनका निधन 28 फरवरी, 1963 को पटना में हुआ था. वे छुआछूत और जाति प्रथा के प्रति खिलाफ थे. वक्ताओं ने कहा कि अगले वर्ष से डॉ राजेंद्र प्रसाद की जयंती बड़े स्तर पर मनायी जायेगी. कार्यक्रम में पार्षद नवीन सिन्हा, पत्रकार पुनीत कुमार सिन्हा, पूर्व पार्षद मधुबाला सिन्हा, शैलेंद्र कुमार सिन्हा, सुजीत मल्लिक, मनीष कुमार, प्रकाश चंद्र प्रभाकर, पांडेय रितेश सहाय, अमिताभ कुमार सिन्हा, संजय कुमार, मनोज कुमार, अजीत कुमार, मुकेश कुमार, संतोष श्रीवास्तव, मधु रंजन प्रसाद आदि कायस्थ समाज के लोग मौजूद थे.
जयंती पर देशरत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद को दी श्रद्धांजलि
दरभंगा. मोबारकिया फाउंडेशन ने खानकाह चौक पर पूर्व राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद की जयंती पर समारोह कर उनको श्रद्धांजलि दी गयी. अध्यक्षता एडवोकेट सफीउर रहमान व संचालक सैयद मंजर हुसैन ने किया. वक्ताओं ने कहा कि देशरत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद महान स्वतंत्रता सेनानी के साथ संविधान सभा के अध्यक्ष थे. राष्ट्रपति पद पर रहते हुये संविधान, प्रजातंत्र, जनहित और राष्ट्रहित में महत्वपूर्ण योगदान दिया. श्रद्धांजलि देने वालों में चेताननंद झा, पल्लव झा, परवीन कुमार, बबलू ठाकुर, जावेद अख्तर, सैयद सिफते हसन, आमिर हसन आदि शामिल थे.
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