राज्य की अदालतों में करीब 36 लाख मुकदमे सुनवाई के लिए हैं लंबित संवाददाता,पटना बिहार की निचली अदालतों में साल दर साल मुकदमों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है.एक साल में तकरीबन एक लाख नये मुकदमें दर्ज किये गये हैं.इस तरह राज्य में सुनवाई के लिए लंबित कुल मुकदमों की संख्या बढ़कर 36 लाख से अधिक हो गयी है.इनमें सिविल मामलों के मुकदमों की संख्या 5.34 लाख और क्रिमिनल की 30.76 लाख है.एक साल पहले लंबित मुकदमों की संख्या 35 लाख थी.राज्य में सबसे अधिक 4.62 लाख मुकदमें पटना जिला में दर्ज हैं.इनमें 4.11 लाख क्रिमिनल और 51 हजार से अधिक सिविल मामले हैं. वरिष्ठ नागरिकों की ओर से दायर मुकदमों की संख्या 2.66 लाख राज्य के वरिष्ठ नागरिकों द्वारा दायर की गयी मुकदमों की संख्या अच्छी -खासी है. बुजुर्गों के 1.28 लाख सिविल और 1.37 लाख क्रिमिनल मुकदमें दर्ज हैं, जबकि महिलाओं ने भी करीब 3.69 लाख मुकदमें दर्ज कराये हैं, जिनमें 90483 सिविल और 2.69 लाख क्रिमिनल हैं. न्यायिक सेवा के एक अधिकारी के जिम्मे 2323 मुकदमें राज्य में मुकदमों की तुलना में न्यायिक सेवा के अधिकारियों की संख्या कम है. वर्तमान में करीब 1554 न्यायिक सेवा के अधिकारी कार्यरत हैं, जबकि मुकदमों की संख्या 36 लाख से अधिक है.इस तरह से देखें तो प्रति न्यायिक सेवा के अधिकारियों के जिम्मे 2323 मुकदमें हैं. सिविल और क्रिमिनल मुकदमें राज्य सिविल क्रिमिनल कुल बिहार 5.34 लाख 30.76 लाख 36 लाख झारखंड 91,997 4.54 लाख 5.46 लाख उत्तर प्रदेश 18.27लाख 98.02 लाख 1.16 करोड़ पश्चिम बंगाल 6.30 लाख 26.18 लाख 32.48लाख
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