बांकुड़ा.
दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) से संबंधित मेजिया थर्मल पावर प्लांट, पूर्वी भारत में सबसे बड़े बिजली उत्पादन संयंत्रों में से एक है. इस बिजली संयंत्र के रखरखाव और अन्य कार्यों में कई ठेकेदार लगे हुए हैं. मेजिया थर्मल पावर प्लांट के विभिन्न ठेकेदारों के लिए श्रमिकों की भर्ती में राजनीतिक दल के दलालों और थर्मल पावर प्लांट के एक पदाधिकारी पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए पोस्टर लगाये गये हैं. गुरुवार को कॉलोनी गेट और थर्मल पावर स्टेशन के अन्य गेटों पर पोस्टर नजर आये. भारतीय मजदूर संघ श्रमिक संगठन द्वारा लगाये गये पोस्टरों से मेजिया थर्मल पावर प्लांट के अंदर हड़कंप मच गया है. भ्रष्टाचार पर अविलंब रोक नहीं लगाने पर बीएमएस ने आने वाले दिनों में बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है. हालांकि सत्ताधारी दल का मजदूर संघ इस मामले पर मुंह खोलने से कतरा रहा है. वहीं दूसरी ओर, जब मेजिया थर्मल पावर स्टेशन के अधिकारियों की कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी. भारतीय मजदूर संघ के बांकुड़ा जिला सचिव अनंत मुखर्जी का कहना है कि डीवीसी के कुछ अधिकारी गैर सरकारी संस्था के साथ मिलीभगत करके कर्मियों को काम पर रख रहे हैं. हम लोग भ्रष्टाचार को बंद करके दम लेंगे. हमारी कोशिश जारी रहेगी, जिससे आगामी दिनों में अच्छा वातावरण बने.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है