मनोहरपुर. मनोहरपुर के नंदपुर गांव के सुरीन टोला से गोइलकेरा प्रखंड के डेरोवां तक 24.97 किलोमीटर सड़क निर्माण का ग्रामीणों ने विरोध किया है. गुरुवार को ग्रामीणों ने इसे लेकर आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा कि सड़क निर्माण में उनकी रैयती जमीन जा रही है. पर इसकी औपचारिक सूचना न तो विभाग और न ही संवेदक द्वारा दी गयी है. मौके पर अनिल महतो, वीरेंद्र महतो समेत अन्य ने बताया कि संवेदक ने हमलोगों को बिना बताये हमारी जमीन पर सड़क का निर्माण शुरू कर दिया है. इस मामले में न तो बैठक की गयी है और ना ही मुआवजा दिया गया है. रैयतों ने कहा कि अगर उन्हें मुआवजा नहीं मिला, तो सड़क का निर्माण बंद करा देंगे.
सड़क का निर्माण एमएस पेविंग कंपनी करा रही है
जानकारी के मुताबिक इस सड़क का निर्माण एमएस पेविंग कंपनी करा रही है. पथ निर्माण विभाग द्वारा बनायी गयी सड़क की प्राक्कलित राशि 51 करोड़ 87 लाख 32 हजार 300 रुपये है, एक साल पहले डेरोवां में इस सड़क का शिलान्यास किया गया था. इस बाबत संवेदक माधव शुक्ला ने कहा कि नंदपुर सुरीन टोला से कुछ दूरी तक का काम रैयतों के विरोध के कारण नहीं किया जा रहा है. हमें किसी की जमीन नहीं लेनी है. बताया कि सड़क की चौड़ाई फ्लैंक के साथ 7 मीटर होगी. मुआवजा को लेकर कहा कि यह सरकार का मामला है. उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग स्वेच्छा से अपनी जमीन दे रहे हैं, उन्हीं की जमीन के पास सड़क को चौड़ा किया जा रहा है. पथ निर्माण विभाग के अधिकारियों से संपर्क नहीं हो पाने के कारण विभागीय पक्ष नहीं मिल सका है. मजे की बात ये है कि लगभग 52 करोड़ की लागत से बन रही सड़क को सिर्फ निविदा निकाल कर संवेदक को कार्य सौंप दिया गया है. सड़क की चौड़ीकरण नहीं होने से इसकी उपयोगिता कितनी होगी, इस बारे में न सरकार और ना ही विभाग को चिंता है.
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