पटना. आइआइटी में एडमिशन के लिए जेइइ एडवांस्ड 2025 का आयोजन 18 मई को होना है. इस संबंध में ज्वाइंट एडमिशन बोर्ड (जैब) और जेइइ एडवांस्ड 2025 की आयोजक संस्था आइआइटी कानपुर ने कई दिशा-निर्देश के साथ सूचना जारी कर दी है. इसके मुताबिक जिन स्टूडेंट्स ने वर्ष 2024 व उससे पहले आइआइटी में एडमिशन लिया है, वे जेइइ एडवांस्ड 2025 के लिए योग्य नहीं होंगे. वहीं, जिन स्टूडेंट्स को जोसा (ज्वाइंट सीट एलोकेशन ऑथोरिटी) 2024 के तहत या फिर उससे पहले सीट मिली है, लेकिन एडमिशन नहीं लिया है, चाहे वो कोई भी कॉलेज में मिला हो, वे भी जेइइ एडवांस्ड में शामिल होने योग्य नहीं हैं. साथ ही किसी स्टूडेंट्स को सीट मिली, लेकिन जोसा बिजनेस रूल के तहत उसने तय समय-अवधि में सीट छोड़ दी होगी, तो वे जेइइ एडवांस्ड 2025 में शामिल हो सकते हैं. इधर, वर्ष 2024 और वर्ष 2025 के पासआउट यानी 12वीं बोर्ड की परीक्षा देने वाले स्टूडेंट्स जेइइ एडवांस्ड 2025 में बैठ सकते हैं. 12वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री और गणित की अनिवार्य विषय के रूप में पढ़ाई होनी चाहिए.
ओसीआइ और पीआइओ स्टूडेंट्स के एडमिशन नियमों में भी बदलाव
ओवरसीज सिटिजनशिप ऑफ इंडिया (ओसीआइ) और पर्सन ऑफ इंडियन ओरिजिन (पीआइओ) स्टूडेंट्स के लिए नियमों में भी इस बार बदलाव कर दिया गया है. कमेटी ने कहा है कि इन वर्गों के जिन स्टूडेंट्स ने चार मार्च 2021 के पहले ओसीआइ कार्ड लिया है और वे जेइइ एडवांस्ड 2025 की परीक्षा में शामिल होना चाहते होंगे, उन्हें उससे पहले जेइइ मेन 2025 में सफल होना होगा. ऐसे स्टूडेंट्स का नाम जेइइ मेन 2025 की टॉप 2.5 लाख की सूची में होना जरूरी है, तभी वे जेइइ एडवांस्ड 2025 में शामिल होने के लिए योग्य होंगे. इससे पहले ओसीआइ और पीआइओ स्टूडेंट्स को डायरेक्ट जेइइ एडवांस्ड में शामिल होने के मौका मिलता था, लेकिन इन नियमों को अब खत्म कर दिया गया है.
एक अक्तूबर 2000 के बाद की होनी चाहिए जन्मतिथि
जेइइ एडवांस्ड 2025 में शामिल होने के लिए सामान्य वर्ग के स्टूडेंट्स की जन्म तिथि एक अक्तूबर 2000 के बाद की होनी चाहिए. लेकिन एससी, एसटी, दिव्यांग वर्ग के स्टूडेंट्स को आयु सीमा में पांच साल की छूट मिलेगी. इस तरह इस वर्ग के स्टूडेंट्स की जन्म तिथि एक अक्तूबर 1995 या उसके बाद की होनी चाहिए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है