Maharashtra : महाराष्ट्र चुनाव का रिजल्ट 23 नवंबर को आया. इसके 13 दिन बाद नई सरकार सूबे को मिली. देवेंद्र फडणवीस ने तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. फडणवीस के बाद एकनाथ शिंदे ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली. सीएम और दोनों डिप्टी सीएम (अजित पवार और शिंदे) के अलावा किसी मंत्री को शपथ नहीं दिलाई गई. खबर है कि महायुति गठबंधन के बीच कैबिनेट बंटवारे को लेकर एक फॉर्मूला बनाया गया है. यह फॉर्मूला 6-1 का है. यानी 6 विधायक पर एक मंत्री पद दिया जाएगा.
किस पार्टी के कितने मंत्री हो सकते हैं?
फॉर्मूला के आधार पर अंदाजा लगाया जाए तो बीजेपी को 20 से 22 मंत्री पद मिल सकता है. वहीं, एकनाथ शिंदे गुट को 12 जबकि अजित पवार गुट को 9 से 10 मंत्री पद मिल सकता है. शपथ के आधे घंटे बाद देवेंद्र फडणवीस, शिंदे और अजित ने मंत्रालय का रुख किया. पहली कैबिनेट की बैठक में देवेंद्र फडनवीस एक्शन में नजर आए. उन्होंने पुणे के मरीज चंद्रकांत शंकर कुरहाडे को इलाज के लिए मुख्यमंत्री चिकित्सा राहत कोष से 5 लाख रुपये की सहायता देने का फैसला लिया.
मंत्रालय को लेकर कोई निर्णय नहीं
पिछली शिंदे सरकार में डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के पास गृह मंत्रालय था, जिसे लेकर काफी अटकलें लगाई जा रही है. शिंदे गुट ने कहा है कि यदि शिंदे को डिप्टी सीएम पद मिल रहा है, तो गृह मंत्रालय भी उनके पास आना चाहिए. हालांकि रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी गृह मंत्रालय अपने पास रखने पर अड़ गई है.
खास विभागों पर है सबकी नजर
महाराष्ट्र में गृह के अलावा राजस्व, शहरी विकास, सिंचाई और सामाजिक न्याय जैसे महत्वपूर्ण विभागों पर महायुति के तीनों दलों की नजर है. मंत्रालयों के बंटवारे पर अंतिम फैसला लेने से पहले तीनों दलों के बीच मंथन किया जाएगा. पिछली सरकार में कुल 29 मंत्री थे. मंत्रिपरिषद की अधिकतम संख्या 43 हो सकती है.