Dhanbad News :
डॉ भीमराव आंबेडकर आज भी हमारे बीच जीवित हैं, वे भारतीय संविधान के रूप में हमारे साथ हैं. भारतीय संविधान उनके दृष्टिकोण और कार्यों की गवाही देता है. बाबा साहेब ने दलितों और महिलाओं के उत्थान के लिए जो योगदान दिया, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता. ये बातें बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रो पवन कुमार पोद्दार ने कही. वह शुक्रवार को विवि के जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा केंद्र द्वारा आयोजित डॉ. आंबेडकर के 68वें महापरिनिर्वाण दिवस समारोह में बोल रहे थे. इस मौके पर डीन छात्र कल्याण डॉ. पुष्पा कुमारी ने महिलाओं के उत्थान में डॉ आंबेडकर के योगदान को याद किया. मानविकी संकाय की अध्यक्ष, डॉ. अमिता वर्मा ने बताया कि श्रमिकों के कामकाजी घंटों के निर्धारण में डॉ. आंबेडकर का महत्वपूर्ण योगदान था. कार्यक्रम को पीके राय मेमोरियल कॉलेज की प्राचार्या डॉ कविता सिंह ने भी संबोधित किया. संचालन डॉ मुकुंद रविदास ने किया. इस अवसर पर डॉ. रीता सिंह, खेल पदाधिकारी राहुल तिर्की, कृष्ण मुरारी समेत सैकड़ों छात्र-छात्राएं भी उपस्थित थे.
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