Delhi Election: आम आदमी पार्टी(आप) और भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) दिल्ली के गली-गली में घूम कर लोगों से सुझाव मांग रही है, वहीं कांग्रेस अपनी न्याय यात्रा के तहत लोगों से मिले सुझाव को आत्मसात कर रही है. तीनों पार्टी का झुकाव अभी विभिन्न कॉलोनियों के आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों की ओर है. आरडब्लूए जनता से जुड़ने का महत्वपूर्ण इकाई है, जिसे आपने आसपास के जमीनी हकीकत का भी पता होता है, साथ ही उस कॉलोनी की समस्याएं और उसका निदान कैसे किया जा सकता है, इसकी भी जानकारी होती है. इसे ध्यान में रखते हुए आप और भाजपा का विभिन्न कॉलोनियों के लोगों से मिलने का सिलसिला जारी है.
आप संयोजक अरविंद केजरीवाल जब से जेल से बाहर आये हैं, तभी से वह जनता से रूबरू हो रहे हैं. वह केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली के विकास में बाधा डालने का आरोप अपनी हर सभा में लगाते हैं, हालांकि वह यह भी कहते हैं कि उनका बेटा दिल्ली के विकास को रुकने नहीं देगा. आप अपने प्रत्याशियों के नामों की भी घोषणा कर रही है, दूसरे दल के कद्दावर नेताओं को अपने दल में ला भी रही है और जनता से एक बार फिर से आप की सरकार बनाने का आग्रह भी कर रहे हैं.
आप का कहना है कि घोषणा पत्र बनाने का काम आप दस साल पहले से मोहल्ला वालों की पसंद से बनाते रहे हैं. आप माइक्रो लेवल पर समस्याओं की पहचान करती है और उसे दूर करने का प्रयास करती है. वहीं भाजपा पिछले 10 सालों में दिल्ली की हालत को बदतर बनाने में आप को जिम्मेवार ठहराती है.
सुनीता केजरीवाल का आरडब्लूए के साथ संवाद
पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल भी विभिन्न ब्लॉकों में जाकर आरडब्लूए के प्रतिनिधियों और वहां रहने वाले लोगों से मुलाकात कर रही है. वह अरविंद केजरीवाल के विधानसभा क्षेत्र नयी दिल्ली क्षेत्र में काफी सक्रिय हैं. वह कॉलोनी में जाकर महिलाओं और छोटे-छोटे बच्चों के साथ संवाद स्थापित करना नहीं भूलती हैं. वह बताती है कि केजरीवाल शिक्षा और बच्चों के भविष्य को लेकर क्या सोचते हैं.
अरविंद केजरीवाल की ईमानदारी और बच्चों के पढ़ाई के प्रति जो समर्पण है, उसे अपने बच्चों से तुलना कर बताती हैं. जीवन के हर क्षेत्र में शिक्षा का क्या महत्व है यह खासकर बच्चों के साथ शेयर करती है. जब वह छोटे-छोटे बच्चों से मिलकर उनके साथ आत्मीयता से पेश आती हैं, उनसे सवाल पूछती हैं, जवाब देती है, तो इसका सकारात्मक असर उनके पेरेंट्स पर भी दिखाई देता है. वह सिर्फ इतना कहती हैं, आप वोट देने से पहले यह जरूर सोचना कि बीते 10 सालों में दिल्ली में कितना सुधार हुआ है.
क्या अब लाइट कट रही है? सरकारी स्कूलों की स्थिति अच्छी है या नहीं? अस्पतालों की स्थिति सुधरी है या नहीं,? महिलाओं को मुफ्त बस पास सहित उनके हित में उठाये गये कदम से उन्हें लाभ मिला है या नहीं? यदि इसमें सुधार हुआ हो, तो फिर से केजरीवाल को वोट करना. कुछ काम जो करना है उसे नोट करती हैं और जल्द ही पूरा कराने का भरोसा देती हुई अगली कॉलोनी की रूख करती है.
दिल्ली वालों के पसंद से भाजपा का संकल्प पत्र
भाजपा भी लोगों के साथ संवाद स्थापित करने के अभियान शुरू कर चुकी है. भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा कहते हैं, भाजपा का मेनिफेस्टो(संकल्प पत्र) दिल्ली वालों के पसंद से तैयार किया जायेगा. इसी के तहत भाजपा नेता दिल्ली के अलग-अलग रिहायशी इलाकों में जाकर आरडब्ल्यूए से संपर्क कर सुझाव ले रही है. इसके साथ ही भाजपा शनिवार से 14 वैन दिल्ली के सभी संगठनात्मक जिलों में तैनात की है. वह वैन हर मोहल्ला में जाकर लोगों से सुझाव लेगी. लोग अपने सुझाव वैन के ड्राप बॉक्स में डाल सकते हैं.
व्यक्तिगत रूप से लिये गये सुझाव और वैन से मिले सुझाव को एक जगह कर विधानसभा वाइज चिन्हित किया जायेगा और उस विधानसभा की समस्याओं के लिए अलग से संकल्प पत्र जारी किया जा सकता है. भाजपा नेता का कहना है कि पिछले 10 सालों में आप ने दिल्ली को बर्बाद कर दिया है. टूटी सड़कें, सीवर की समस्या, तारों का फैला जाल, बिजली की अत्यधिक दरें, प्रदूषण पूरे दिल्ली की समस्या है. भाजपा यदि सत्ता में आती है, तो इन समस्याओं को दूर करेगी.