पिपरवार (प्रतिनिधि). विजैन पुनर्वास गांव कल्याणपुर में निर्माणाधीन जतराटांड़ व प्रस्तावित मंदिर स्थल के निकट शुक्रवार को शव जलाये जाने से विवाद उत्पन्न हो गया. कल्याणपुर पासवान टोला के लोग पुराना श्मशान घाट होने का दावा करते हुए पुलिस के संरक्षण में शव जला दिया. इसके विरोध में विजैन पुनर्वास केंद्र के लोगों ने जतराटांड़ का निर्माण कार्य रोक दिया. पुनर्वास केंद्र में रह रहे लोगों का आरोप था कि लोग यहां पिछले 10 वर्षों से रह रहे हैं. इस दौरान उन्होंने कभी भी शव जलाते नहीं देखा. ग्रामीणों की मांग थी कि सीसीएल प्रबंधन पहले जमीन संबंधी समस्याएं सुलझाये तभी वह निर्माण कार्य को आगे बढ़ायेंगे. काम रूकने के बाद अशोक पीओ जीतेंद्र कुमार सिंह सहित कई सीसीएल अधिकारी पुनर्वास केंद्र पहुंचे. ग्रामीणों की प्रबंधन के साथ बैठक अनिल चौबे की अध्यक्षता में हुई. इसमें ग्रामीणों ने प्रबंधन से जमीन विवाद हल करने का आग्रह किया. इस पर पीओ ने ग्रामीणों को जमीन संबंधी समस्याओं का हल करने का आश्वासन दिया. इसके बाद ग्रामीण जतराटांड़ निर्माण के लिए पुन: तैयार हो गये. जानकारी के अनुसार विजैन गांव के एक हिस्से में शिव मंदिर होने की वजह से वहां माइनिंग नहीं हो सकी है. इससे अशोक परियोजना का लगभग तीन मिलियन टन कोयला फंसा है. अब प्रबंधन मंदिर को विजैन पुनर्वास केंद्र में स्थानांतरित करना चाह रही है. इससे मंदिर के नीचे के कोयले निकाला जा सके. संचालन राहुल राम ने किया. मौके पर एसओसी विपीन कुमार, पीई आभास त्रिपाठी, रेवन्यू विभाग के अधिकारी सहित काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.
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