एक दिवसीय नियोजन मेला में 443 आवेदकों को सौंपा चयन पत्र 21-प्रतिनिधि, अररिया जिला नियोजन कार्यालय द्वारा शहर के हाई स्कूल अररिया में आयोजित एक दिवसीय नियोजन सह व्यापारिक प्रशिक्षण मेला का आयोजन बेहद सफल रहा. निजी क्षेत्र के 28 प्रतिष्ठित कंपनियों के सहयोग से आयोजित इस मेला में बेहतर रोजगार की चाहत रखने वाले जिले के सैकड़ों युवक-युवतियों ने भाग लिया. इसमें 444 अभ्यर्थियों का मेला के दौरान के अंतिम चयन पत्र संबंधित कंपनी द्वारा उपलब्ध करा दिया गया. एक दिवसीय नियोजन सह व्यावसायिक प्रशिक्षण मेला का उद्घाटन डीएम अनिल कुमार ने किया. इस मौके पर नियोजन विभाग के सहायक निदेशक कोसी प्रमंडल सहरसा भरत जी राम, जिला पंचायती राज पदाधिकारी मनीष कुमार, जिला नियोजन पदाधिकारी मो आकिफ वक्कास, श्रम अधीक्षक अमित कुमार, सहित अन्य अधिकारी व कर्मी मौजूद थे. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी अनिल कुमार ने कहा कि एक दिवसीय इस मेला में 28 निजी कंपनियों के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है. जिला प्रशासन द्वारा ऐसी पहल आगे भी लगातार जारी रहेगा. जिला प्रशासन स्थानीय बेरोजगार युवक युवतियों रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध कराने के प्रति प्रतिबद्ध है. स्थानीय युवाओं को उत्पादकता के क्षेत्र रोजगार से जोड़ने को लेकर विशेष पहल किये किये जायेंगे. ताकि युवा अपने कार्यों के साथ-साथ अपना व अपने परिवार व समाज के विकास में सक्रिय सहयोगी बन सकें. रोजगार मेला के संबंध में जानकारी देते हुए जिला नियोजन पदाधिकारी ने बताया कि नियोजन मेला में कुल 28 कंपनियों ने अपने-अपने स्टॉल लगाये थे. मेला में 09 विभिन्न विभागों के शिविर लगाये गये थे. मेला में शामिल विभिन्न कंपनियों के रिक्त पदों पर नियोजन के लिये कुल 1358 आवेदन प्राप्त हुए. इसमें 443 आवेदकों को अंतिम रूप से शार्टलिस्ट किया गया. विभागीय स्टॉल द्वारा कुल 254 अभ्यर्थियों को विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में जरूरी मार्गदर्शन प्रदान किया गया. कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी ने कुशल युवा कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण प्राप्त युवक-युवतियों के बीच प्रमाण पत्र का वितरण किया. मौके पर सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा नितेश पाठक, प्रबंधक जिला निबंधन सह परामर्श केंद्र गजेंद्र कुमार, जिला कौशल प्रबंधक रविशंकर कुमार, जिला कौशल विशेषज्ञ संतोष कुमार नोनियों सहित अन्य अधिकारी व कर्मी मौजूद थे. ———– मत्स्य अंगुलिकाओं को डीएम ने नदी में छोड़ा नदियों की पुनर्स्थापना व मछलियों के विभिन्न प्रजातियों को संरक्षित करना कार्यक्रम का उद्देश्य प्रतिनिधि, अररिया नदियों में मछलियों की विभिन्न प्रजातियों को संरक्षित करने, जैव विविधता को बरकरार रखने व नदियों में मछलियों की संख्या को बढ़ा कर मछुआरों की आजीविका को मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से रिवर चैंजिंग कार्यक्रम में सरकार की महत्वपूर्ण पहल है. मछलियों के उत्पादन में बढ़ोतरी, विलुप्त प्राय मछलियों के संरक्षण, जैव विविधता का संरक्षण, आजीविका का संवर्द्धन, मत्स्य उत्पादन में वृद्धि संबंधी उद्देश्यों की प्राप्ति के उद्देश्य से संचालित इस कार्यक्रम का जिला में सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित कराने के लिए जिला प्रशासन के स्तर से विभिन्न प्रयास किये जा रहे हैं. कार्यक्रम के तहत शहर के परमान नदी घाट पर आयोजित एक विशेष कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी ने अनिल कुमार ने नदी में मत्स्य अंगुलिकाओं को छोड़ा. महत्वपूर्ण जलीय जीव मछलियों के संरक्षण को लेकर संचालित इस कार्यक्रम को बेहद महत्वपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि मत्स्य अंगुलिकाओं छोड़ा जाना नदी के पुनर्स्थापना के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है. सरकार ऐसी योजनाओं के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने को लेकर जरूरी प्रयास कर रही है. कार्यक्रम के तहत 3.80 लाख मत्स्य अंगुलिकाओं को नदी में छोड़े जाने की जानकारी उन्होंने दी. इस संबंध में जानकारी देते जिला मत्स्य विकास पदाधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत यह कार्यक्रम पूरे बिहार में संचालित किया जा रहा है. इस योजना के तहत नदियों में पर्याप्त मात्रा में मत्स्य अंगुलिकाओं छोड़े जाने से नदियों का का पुनर्स्थापना होगा. मौके पर मत्स्य विभाग के संयुक्त निदेशक प्रसार व प्रशिक्षक गौरी शंकर, उप मत्स्य निदेशक पूर्णिया शंभू राय, जिला मत्स्य पदाधिकारी नागेंद्र कुमार, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा कोषांग नितेश कुमार पाठक, मत्स्य विकास पदाधिकारी चंदन कुमार व संबंधित विभागीय अन्य अधिकारी व कर्मी सहित जिले भर से आये मत्स्य पालक किसान मौजूद थे.
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