संवाददाता, पटना शहर के श्रीकृष्ण विज्ञान केंद्र के सभागार में शनिवार को 41वां काशी प्रसाद जायसवाल स्मृति व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया. इस अवसर पर संस्थान द्वारा ‘बोधगया में बहुसंस्कृतिवाद’ विषय पर एक व्याख्यान प्रस्तुत किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत संस्थान की निदेशक कुमारी ललिता के स्वागत संबोधन से हुई. इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा विभाग की निदेशक प्रो (डॉ) रेखा कुमारी ने काशी प्रसाद जायसवाल के जीवन और योगदान पर प्रकाश डाला. इसके बाद मगध विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो मनीष सिन्हा ने बोधगया में बहुसंस्कृतिवाद के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की. उन्होंने बताया कि बोधगया में बुद्धत्व की प्राप्ति के बाद से ही दुनिया भर से लोग यहां आते रहे हैं, जिससे बहुसंस्कृतिवाद के लक्षण स्पष्ट रूप से देखे जाते हैं. कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ विजय कुमार चौधरी ने की. संजीव कुमार सिन्हा ने धन्यवाद ज्ञापन किया. जबकि, शोध सहायक सह सहायक निदेशक लक्षपति प्रसाद पटेल ने पुष्पगुच्छ देकर अतिथियों का स्वागत किया.
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