राजेश डेनजील, नवहट्टा. जब सरकार और प्रशासन से लोगों की उम्मीदें खत्म हो जाती है तो अपनी ही जुगाड़ लगाकर अपना रास्ता स्वयं निकाल लेते हैं. ऐसा ही कारनामा प्रखंड क्षेत्र के तटबंध के अंदर के निवासित लोगों ने किया है. जिनका जिला मुख्यालय से सीधा 45 किलोमीटर की दूरी को कम करने के लिए कोसी नदी के हाटी घाट पर एक किलोमीटर लंबे चचरी पुल का निर्माण कर 45 किलोमीटर की दूरी को 30 किलोमीटर में बदल दिया. दूरी कम होने के साथ-साथ समय भी कम लगने लगा है. जहां लोगों को कच्ची सड़क के माध्यम से बलुआहा पुल के रास्ते 17 नंबर पर जाने में दो से ढाई घंटा का समय लगता था. तब वहां से कोई ना कोई टैक्सी मिलती थी. तब जिला मुख्यालय जाया करते थे, लेकिन इस जुगाड़ चचरी पुल के बन जाने से लोग अपनी बाइक से सीधा ही 45 मिनट में 1 घंटे में जिला मुख्यालय अपने काम के लिए समय से पहुंच जाते हैं. एक ही दिन में अपना काम कर लौट जाते हैं. नहीं तो आधा से अधिक दिन का समय तो जिला मुख्यालय जाने में ही बीत जाता था. प्रखंड क्षेत्र में कुल 14 पंचायत है. नवहट्टा पूर्वी व पश्चिमी भाग नगर पंचायत में बदल गया है. इधर 12 पंचायत में 7 पंचायत कोसी पूर्वी तटबंध के अंदर निवास करती है. जहां तटबंध के अंदर के लोगों के लिए नाव ही एक मात्र सहारा है. ना तो कोई पक्की सड़क है. न ही जिला मुख्यालय व प्रखंड मुख्यालय से आवागमन के लिए सीधी कोई कनेक्टिविटी है. जहां लोगों को एक नहीं दो-दो नदी पार कर प्रखंड मुख्यालय व जिला मुख्यालय तीन से चार घंटे का समय तय कर आना पड़ता है. लेकिन लोगों की जब सरकार और प्रशासन से उम्मीदें खत्म हो गयी, तब कोसी नदी के पहले घाट पर एक किलोमीटर लंबे चचरी पुल का निर्माण कर लगभग दस लाख की राशि से सीधा आवागमन शुरू कर लिया है. वहीं प्रखंड क्षेत्र के कोसी नदी के दूसरी घाट के कैदली पर भी एक किलोमीटर लंबे चचरी पुल का निर्माण कार्य किया जा रहा है. जहां आगामी एक सप्ताह में तैयार कर आवागमन शुरू कर दिया जायेगा. पंचायत के मुखिया फूलेश्वर सदा व पंचायत समिति प्रतिनिधि चंद्र किशोर यादव व समाजसेवी दीवाना सिंह के द्वारा सामूहिक रूप से फीता काटकर चचरी पुल का उद्घाटन कर आवागमन शुरू किया गया.
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