जलछाजन परियोजना के तहत धनबाद व चतरा जिले से आये प्रशिक्षुओं को शनिवार को कर्णपुरा पंचायत के आस्था गांव का भ्रमण कराया गया. एक दिवसीय भ्रमण के दौरान प्रशिक्षुओं को भूमि, जल और जंगल के संरक्षण पर जानकारी दी गयी. प्रशिक्षुओं को जानकारी देते हुए प्रशिक्षक खुर्शीद अनवर हादी ने बताया यह पहल किसानों को स्थायी कृषि प्रणाली से जोड़ने और बंजर जमीन के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए की गयी है. यहां जल संरक्षण के लिए वर्षा जल रोकने वाले स्ट्रक्चर व तालाबों के निर्माण का प्रदर्शन किया गया. साथ ही वृक्षारोपण के महत्व पर भी जानकारी दी गयी. प्रशिक्षण में पशुपालन, बकरी पालन (ब्लैक बंगाल नस्ल), देसी मुर्गी पालन (सोनाली नस्ल) व मछली पालन की तकनीकों पर विशेष जानकारी दी गयी. प्रतिभागियों को खेती की आधुनिक विधियों और उनकी संभावनाओं से अवगत कराया गया. ताकि वे अपने गांवों में छोटे मॉडल तैयार कर कृषि को बढ़ावा दें. यह प्रयास न केवल रोजगार सृजन करेगा बल्कि पर्यावरण संरक्षण और ग्रामीण विकास में भी मददगार साबित होगा. मौके पर प्रशिक्षुओ ने कई सवाल भी किये.
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