Bihar News: पटना जिले के फतुहा में नेपाली नागरिकों के एक बड़े ठग गिरोह का खुलासा हुआ है, जो नौकरी दिलाने और करोड़पति बनाने के नाम पर लोगों से ठगी करता था. लखनऊ मिलिट्री इंटेलिजेंस की सूचना पर बिहार पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गिरोह के कई सदस्यों को गिरफ्तार किया. छापेमारी के दौरान 2,38,397 रुपये नकद, 72,595 नेपाली करेंसी, 21 मोबाइल फोन और दो चारपहिया वाहन जब्त किए गए हैं.
गिरोह फर्जी आधार कार्ड, वोटर आईडी और ड्राइविंग लाइसेंस बनाकर भारत में घुसपैठ कराता था. जांच में पता चला कि गिरोह में नेपाल आर्मी और पुलिस के रिटायर्ड जवान, बिहार के शिक्षक, छात्र, और एक प्रीमियम फैशन कंपनी के कर्मचारी शामिल हैं. गिरोह का मास्टरमाइंड गंगेश्वर सिंह फरार है और उसकी तलाश जारी है.
जॉब ऑफर के नाम पर ठगी और धमकी
ठगी के शिकार अशोक सुनवार और कपेंद्र सुनवार ने बताया कि उन्हें नौकरी का लालच देकर नेपाल से बुलाया गया था. यहां आने पर उनसे लाखों रुपये मंगवाने को कहा गया और न देने पर धमकाया गया. उनके पैसे छीनकर और अन्य लोगों को बुलाने के लिए दबाव बनाया गया.
फेसबुक के जरिए नौकरी का ऑफर दिया गया
एक नेपाली छात्र ने बताया कि उसे फेसबुक के जरिए आकर्षक नौकरी का ऑफर दिया गया. पटना पहुंचने पर उससे पैसे लेकर हॉस्टल में रखा गया और मोबाइल जब्त कर लिया गया. प्रशिक्षण के बहाने और पैसे मांगे गए, और निवेश के नाम पर करोड़पति बनने का लालच दिया गया.
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राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा
मिलिट्री इंटेलिजेंस को शक है कि गिरोह के कुछ सदस्य जासूसी में लिप्त हो सकते हैं, जिससे देश की आंतरिक सुरक्षा को खतरा हो सकता है. अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क की जांच भी की जा रही है. पुलिस ने कहा है कि ऐसे अपराधों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.