कटिहार. भक्ति भाव से ही संसार में सभी सुखों की प्राप्ति हो सकती है, जिसे जितना मिलता है उसमें ही संतोष करना चाहिए. संतोष करने वाला आदमी ही जीवन में खुश रह पाता है. यह बातें भागलपुर कुप्पाघाट से पहुंचे महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के परम शिष्य संत केदार बाबा अपने प्रवचन में कहे. शहर के गामी टोला स्थित महर्षि मेंही सेवा समिति रविवार को अपना 16 वां स्थापना दिवस मनाया. हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी शहर के गामी टोला स्थित संतमत सत्संग आश्रम में भव्य सत्संग का आयोजन किया गया. जहां सत्संग में प्रवचन को लेकर महर्षि मेंहीं के परमहंस जी महाराज के परम शिष्य संत केदार बाबा भागलपुर कुप्पाघाट से पधारे थे. अपने प्रवचन में केदार बाबा ने जीवन को सुखमय और भक्ति से लोगों को ईश्वर की प्राप्ति के कई बातें प्रवचन में कहीं. बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा केदारनाथ के प्रवचन सुनने के लिए गामी टोला सत्संग मंदिर पहुंचे थे. बाबा केदार नाथ अपने प्रवचन में कहे की करोड़ों जन्म में भटकते-भटकते अब मनुष्य-शरीर मिला है. इसे व्यर्थ मत जाने दो. यह मनुष्य-शरीर बारम्बार मिलने को नहीं है. तुम्हारे किसी पुण्य के कारण प्रभु की कृपा हो गयी और तुमको उन्होंने मनुष्य का शरीर दे दिया, इस मनुष्य-शरीर को पाकर तुम्हारी स्थिति क्या है, विचारो-सोचो. घटत छिन छिन बढ़त पल पल, जात न लागत बार, इसलिए सभी अपने जीवन में भक्ति को सर्व ऊपर रखें और भक्ति के लिए भी अपना समय अवश्य निकालें. दोपहर के दो बजे से लेकर शाम पांच बजे तक बाबा केदारनाथ का प्रवचन चलता रहा. जहां श्रद्धालु बड़े श्रद्धा भाव के साथ प्रवचन के बातों को अपने अंदर उतार रहे थे. पूरे कार्यक्रम को सफल बनाने में सत्संग मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल, छोकमल डालमिया, सावरमल सिंघानिया, अरुण अग्रवाल, लक्ष्मी देवी, विमला देवी, देवेश कुमार, सुशीला देवी, बेजू पोद्दार आदि ने अपनी अहम भूमिका निभायी.
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