25.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

Bokaro News : सतर्कता से डिजिटल अरेस्ट होने से बचा सीआइएसएफ जवान

Bokaro News : वीडियो कॉल कर मेंटली टॉर्चर कर पैसा मांगते हैं साइबर ठग

Bokaro News : रंजीत कुमार, बोकारो. साइबर अपराधी अब न ओटीपी मांगते हैं और न ही बैंक से जुड़ी कोई भी जानकारी की खबर लेते हैं. खाकी वर्दी पहन कर सीधे वीडियो कॉल कर व्यक्ति को अपराध का भय दिखाते हैं. डिजिटल अरेस्ट कर मनमाना राशि वसूलते हैं. जो डर गया. वह डिजिटल अरेस्ट होकर बड़ी राशि गवां बैठते हैं. शनिवार को सेक्टर तीन का रहनेवाला एक सीआइएसएफ जवान सतर्कता की बदौलत डिजिटल अरेस्ट होने से बच गया. साइबर ठग ने बड़े ही शातिराना अंदाज में उससे कहा कि उसके नाम पर तीन सीम कार्ड चल रहे हैं. एक सीम कार्ड से दिल्ली में कई महिलाओं से गंदे-गंदे बात किये जा रहे हैं. ऐसे में उस पर क्राइम ब्रांच में मामला दर्ज हो गया है. वह डिजिटल अरेस्ट है.

बताया कि उसके बयान रिकार्ड किये जायेंगे. बात करते वक्त इधर-उधर नहीं देखना है. न ही आसपास किसी को रहने देना है, नहीं तो तुरंत पुलिस को घर भेज कर उसे अरेस्ट करा लिया जायेगा. सीआइएसएफ जवान पहले तो घबरा गया. मामला सीमकार्ड से जुड़ा था. थोड़ा वक्त लिया. इसके बाद छानबीन की तो पता चला कि उसके नाम पर दो ही सीमकार्ड हैं. दोनों सीम कार्ड उसके पास हैं. जो नंबर साइबर फ्रॉड बता रहा है. वह नंबर ही दूसरा है. इसके बाद सीआइएसएफ जवान ने बीएस सिटी थाना इंस्पेक्टर सुदामा कुमार दास से शनिवार को ही संपर्क साधा. श्री दास की सलाह से सीआइएसएफ जवान लूटते-लूटते बच गया.

एक पुलिस अधिकारी की पत्नी को भी ठगने की कोशिश :

कुछ दिन पहले एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की पत्नी के नंबर पर एक कॉल आया. साइबर क्रिमिनल ने बताया कि लॉटरी के तहत साढे छह हजार रुपये उन्हें प्राप्त हुए हैं. पैसे लेने हैं, तो एक लिंक भेजा गया है. उस पर क्लिक करें. अधिकारी की पत्नी के क्लिक कर दिया. इसके बाद एक स्कैनर आया. उस स्कैनर को ओके करने को कहा गया. इसके बाद महिला अलर्ट हो गयी. इस घटना की जानकारी तुरंत महिला ने अपने पुलिस अधिकारी पति को दी. इसके बाद मामला कंट्रोल में रह गया. मामला संदेहास्पद होने के कारण महिला सतर्क हो गयी. साइबर अपराधी के झांसे में नहीं आयी. ठगने से बच गयी.

ऐसे किसी भी कॉल को इंटरटेन नहीं करें :

बीएस सिटी थाना, बोकारो केइंस्पेक्टर सह साइबर एक्सपर्ट सुदामा कुमार दास ने कहा किमोबाइल चलानेवाले हर व्यक्ति को सावधान रहने की जरूरत है. साइबर अपराधियों ने ठगने के तरीके में कुछ बदलाव किया है. अब वीडियो कॉल कर व्यक्ति को डिजिटल अरेस्ट करता है. धीरे-धीरे पुलिस का भय दिखा कर मानसिक रूप से प्रताड़ित करता है. इसके बाद पैसे की ठगी का खेल शुरू हा जाता है. सावधान हो जायें. ऐसे किसी भी कॉल को इंटरटेन नहीं करें. तुरंत पुलिस से संपर्क करें. हम बचाव की जानकारी देंगे. डिजिटल शिकार बनने से बचें.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें