प्रतिनिधि, मधेपुरा आइसा के राजव्यापी प्रतिवाद दिवस पर सोमवार को नेताओं व कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय के कॉलेज चौक पर बीपीएससी अध्यक्ष, मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री का पुतला दहन किया गया. आइसा के जिला सचिव पावेल कुमार ने कहा कि हाल के दिनों में बीपीएससी के छात्रों द्वारा आयोग का घेराव किया गया था. छात्रों का मांग जायज था. छात्र चाहते थे कि ऑनलाइन कि तिथि आगे बढ़ाया जाय. चार दिन पहले वेबसाइट काम करना बंद कर दिया था. आज जहां केंद्र की नरेंद्र मोदी व राज्य की नीतीश कुमार की सरकार वन नेशन वन इलेक्शन की बात कर रहे हैं, वहीं प्रतियोगी परीक्षा को कई शिप्ट में कराना चाहती थी, जिसे छात्रों के आंदोलन के बाद वापस लिया गया. साथ ही छात्रों की मांग है परीक्षा की तिथि आगे बढ़ाया जाय. उन्होंने कहा कि अभी भी छात्र उप-मुख्यमंत्री के आवास को घेरे हुये हैं, लेकिन आयोग पूर्ण तानाशाह बने हुये है. आइसा मांग करती है की जितने भी छात्रों पर केस दर्ज किया गया है, उन सभी छात्रों व छात्र नेताओं को बिना शर्त रिहा किया जाय. आइसा के विश्वविद्यालय अध्यक्ष अरमान अली ने कहा कि छात्रों पर लाठी चार्ज करना दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. छात्रों के प्रति नीतीश कुमार की यह ओछी मानसिकता है. साथ ही छात्रों के मांग को सरकार नहीं मानेगी, तो आगामी विधानसभा चुनाव में मुंहतोड़ जवाब दिया जायेगा. आइसा के राष्ट्रीय परिषद सदस्य विजय कुमार ने कहा कि छात्रों पर लाठी चार्ज करने वाले पुलिस को दंडित किया जाय. मौके पर आइसा के जिला सह सचिव श्याम कुमार, जिला उपाध्यक्ष राजीव कुमार, राजकिशोर कुमार, मधुसूदन कुमार, अभिषेक कुमार, राजकिशोर राज, विकास कुमार, नवीन कुमार, लवकुश कुमार, सौरभ कुमार, नीरज कुमार आदि मौजूद थे.
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