-2 प्रतिनिधि, भरगामा जिला समादेष्टा सह अग्निशमन पदाधिकारी के निर्देश पर भरगामा अग्निशमन टीम द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. इस क्रम में सोमवार को प्रखंड के खजूरी, खुटहा बैजनाथपुर, तोनहा, पूर्वी टोला चरैया, चरैया, धनेश्वरी, नया भरगामा पंचायत के विभिन्न वार्डों ग्रामीण क्षेत्रों में अभियान चलाया गया. लोगों को अलाव से लगने वाली आग से बचाव के लिए पूर्वाभ्यास, माॅक ड्रिल के माध्यम से जानकारी दी गयी. माॅक ड्रील के माध्यम से अग्निशमन कर्मी ने ठंड के मौसम में बच्चों को अलाव से दूर रखने की हिदायत देने सहित अन्य गीत व नाटक के जरिए जागरूक किया गया. इसके अलावा फायर स्टेशन के अधिकारी व कर्मियों द्वारा मॉक ड्रिल के माध्यम से सिलेंडर में आग लगने पर उसपर काबू पाने के तरीकों को बताया गया. बताया कि गैस सिलेंडर से आग की लपटें निकलते समय सूती कपड़े को पानी में भिगोकर लपटों को बंद कर देना चाहिए. सभी अपने-अपने घर में अग्निशमन विभाग का नंबर जरूर रखें, ताकि किसी भी प्रकार का हादसा होने पर समय पर मदद मिल सके. ——– बनते ही उखड़ने लगी सड़क, घटिया निर्माण का आरोप -3-प्रतिनिधि, भरगामा अररिया-सुपौल एनएच स्थित मुसाफिरखाना से त्रिभुवन सिंह के घर होते हुए पठान टोला तक लाखों की लागत से हाल ही में बनायी गयी पक्की सड़क बनते ही टूटने लगी है. ऐसे में सड़क की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं. मामला मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना के तहत सड़क के कालीकरण निर्माण कार्य का है. इतने मोटे बजट की सड़क के बनते ही टूटने से स्थानीय लोग नाराज है. स्थानीय लोग सड़क निर्माण की गुणवत्ता की जांच कराने की मांग शुरू कर दी है. जानकारी अनुसार अररिया – सुपौल एनएच सड़क में भरगामा पेट्रोल पंप से महज कुछ पहले स्थित मुसाफिर खाना के नजदीक से त्रिभुवन सिंह के घर होते हुए पठान टोला तक लाखों की लागत से सड़क निर्माण कार्य महज तीन माह पहले ही किया गया है. यह सड़क मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना के तहत ग्रामीण कार्य विभाग विहार सरकार द्वारा कराया गया है. यह सड़क का निर्माण परिहारी वितरणी के पश्चिमी बांध पर हुआ है. इस सड़क की विडंबना यह है कि इसका शिलान्यास 08 अगस्त 2020 को तत्कालीन क्षेत्रीय विधायक अनिल कुमार यादव के द्वारा किया गया था. बताया गया कि उस समय संवेदक के द्वारा बैडमिशाली बिछाकर छोड़ दिया गया था. इधर ग्रामीणों की लगातार शिकायत के बाद विभागीय स्तर से दबाव मिलने के बाद संवेदक के द्वारा आनन-फानन में सड़क का निर्माण कार्य संपन्न करवाया गया. सड़क निर्माण कार्य को देखने से ऐसा लगता है कि संवेदक ने प्राक्कलन के विपरीत आनन फानन में पूरा कर लिया हो. क्योंकि ग्रामीणों का आरोप है ठेकेदार ने गुणवत्ता को नजरअंदाज कर सड़क बना दी. महज तीन माह के अंदर ही सड़क से परत दर परत मेटेरियल उखडने लगे हैं. ग्रामीण कार्य विभाग के सहायक अभियंता रामनारायण साह ने बताया सड़क क्षतिग्रस्त होने की सूचना मिली है. निरीक्षण कर सुधार किया जायेगा.
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