रतनी.
परसबिगहा थाना क्षेत्र के मुस्तीचक गांव में वर्षों से चला आ रहा जमीन विवाद को लेकर एक पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष के घर पर सोमवार की सुबह हमला बोल दिया और जमकर मारपीट एवं लूटपाट किया. मारपीट में सोनू कुमार सहित आठ लोग घायल हो गये. सभी घायल आक्रोशित होकर नेशनल हाइवे 33 जहानाबाद-अरवल मुख्य मार्ग पर केंदुई गांव के पास पहुंचा और सड़क जामकर घण्टों बवाल काटा. लगभग ढाई घंटे तक सड़क जाम रहा. सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लगी रही. खासकर सुबह में सड़क जाम होने के कारण स्कूली बच्चे एवं स्कूल में पढ़ाने जा रहे शिक्षक-शिक्षिकाएं जाम में फंसे रहे. सड़क जाम की सूचना स्थानीय थाना पुलिस को मिली. मौके पर पहुंची पुलिस काफी समझाते-बुझाते रहे परंतु घायल मानने को तैयार नहीं हुए. बीच सड़क पर सोया रहा. सड़क जाम की सूचना पर पहुंचे इंस्पेक्टर सह थानाध्यक्ष आशुतोष कुमार एवं मुखिया प्रतिनिधि सुरेश यादव ने लोगों को काफी समझाया-बुझाया और उचित कार्रवाई का भरोसा दिया. वहीं इलाज के लिए सभी घायलों को सदर अस्पताल जहानाबाद भेजा तब जाकर जाम टूटा और आवागमन बहाल कराया गया. मुस्तीचक गांव निवासी शिवशंकर यादव एवं योगेंद्र यादव के बीच कई वर्षों से जमीन विवाद चल रहा था. डीसीएलआर कोर्ट से शिवशंकर यादव के पक्ष में फैसला सुनाया गया था. जबकि योगेंद्र यादव का जमीन पर कब्जा था. कब्जा मुक्त नहीं होने पर शिवशंकर यादव ने परसबिगहा थाना में कांड संख्या 183/24 में प्राथमिकी दर्ज कराया था. दर्ज प्राथमिकी में उपेंद्र यादव, महेंद्र यादव, विनय यादव सहित कई लोगों को नामजद आरोपी बनाया था. उक्त कांड में न्यायालय द्वारा वारंट निर्गत किया गया था. न्यायालय द्वारा निर्गत वारंट के आलोक में कांड में फरार चल रहे योगेंद्र यादव को दो दिन पूर्व पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. हालांकि केस में नामजद नहीं रहने के हवाला देते हुए पुलिस ने उसे छोड़ दिया. योगेंद्र यादव पुलिस के चंगुल से बाहर आते ही शिवशंकर यादव को लगातार दो दिनों से धमकी दे रहे थे. सोमवार की अहले सुबह अचानक 30 से 40 की संख्या में शिवशंकर यादव के घर में हमला बोल दिया. हमला उस समय बोला, जब शिवशंकर यादव के सभी परिवार घर में सो रहे थे. लोगों ने मारपीट किया एवं लूटपाट मचाया. मारपीट में घायल सोनू कुमार, तुलसी सिंह, दीपक कुमार, गुड्डू, बेबी देवी, राजमणिया देवी, मीना देवी, दीनानाथ सिंह, अयोध्या सिंह कुल नौ लोग बताए जाते हैं. घायलों को इलाज सदर अस्पताल में कराया गया. घायल सोनू के अनुसार जब पूरे परिवार घर में सो रहे थे. उसी समय तेजन यादव व उनके पुत्र जितेंद्र कुमार, मुकुल यादव, विनय यादव, संजीत कुमार सहित 30 से 40 की संख्या में घर पर हमला बोल दिया. इंस्पेक्टर सह थानाध्यक्ष आशुतोष कुमार ने बताया कि आवेदन नहीं मिला है. आवेदन मिलते ही प्राथमिकी दर्ज कर सभी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
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