बगोदर समेत आसपास के क्षेत्रों में सोमवार की सुबह से हो रही बारिश से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बारिश से किसानों को काफी नुकसान पहुंचा है. ठंड भी बढ़ गयी है. दिनभर बाजारों में भी सन्नाटा पसरा रहा. अचानक हुई बारिश से किसानों के खेत-खलिहान में रखे धान पूरी तरह से भीग गये. इससे किसानों को आर्थिक क्षति होने की आशंका बढ़ गयी है. किसान तिरपाल व प्लास्टिक से ढंक कर धान बचाने में जुट गये. प्रखंड में धान की कटाई अंतिम चरण में हैं. किसान फसल को खलिहान में रख कर धान क्रय केंद्र खुलने का का इंतजार कर रहे हैं. किसान मनोज महतो, जगदीश महतो, उमेश महतो, हरीदयाल महतो, डेगलाल महतो ने बताया कि बेमौसम बारिश के कारण धान और पुआल का नुकसान हुआ है. यदि बारिश नहीं थमती है, तो मवेशियों के चारा पर भी संकट आ सकता है.
जमआ, डुमरी व देवरी में भी परेशानी
जमुआक्षेत्र में सोमवार की अहले सुबह से ग्यारह बजे तक हुई बारिश के कारण किसान काफी चिंतित हैं. किसान सुबह में अपने खाट को छोड़कर प्लास्टिक व तिरपाल से खेतों में काटकर रखे गये धान को ढकने में जुट गये. जबकि खेतों में लगे धान इस बारिश ने नुकसान पहुंचाया है.इधर, डुमरी में मौसम ने सोमवार को करवट बदली. सुबह से रुक-रुककर हो रही बारिश से जनजीवन प्रभावित रहा. ठंडी हवा चलने से लोग परेशान रहे. जगह-जगह अलाव का सहारा लेते दिखे. बारिश के कारण बाजार में ग्राहकों की आवाजाही भी कम रही.
देवरी प्रखंड क्षेत्र सोमवार की सुबह रुक-रुककर हुई बारिश से धान की फसल को नुकसान पहुंचा है. जानकारी के मुताबिक बारिश का पानी खेतों में जमा हो जाने से धान की फसल में नुकसान हुआ है. इसके साथ ही खलिहान में रखे धान को नुकसान पहुंचा है. किसान अंग्रेज राय, श्यामदेव राय, पंचदेव राय, इस्माइल अंसारी, सुकर यादव, किशुन यादव, परमेश्वर वर्मा, रामकुमार वर्मा, शोभन वर्मा, प्रकाश साव, कैलाश राय, अवध राय, फाल्गुनी राय, सदानंद राय आदि किसानों ने बताया कि खेतों में पानी जमाव होने से धान की फसल कटाई करने में परेशानी होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है