पांच दिसंबर को हरिद्वार में पद्मश्री संतोष यादव के समक्ष मिला सम्मान
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कर चुके साहित्योदय अंतर्राष्ट्रीय कला संस्कृति के बैनर तले देवनगरी हरिद्वार में पांच दिसंबर को विराट कवि सम्मेलन व शिव शक्ति पर आधारित महाकाव्य शिवायन पुस्तक का विमोचन हुआ. इसमें साहित्य क्षेत्र में उभरते हुए सरिया प्रखंड अंतर्गत नीमाटांड़ गांव के युवा रचनाकार वीरेंद्र प्रसाद महतो को साहित्योदय ने साहित्य रत्न पुरस्कार से नवाजा. शिवायन महाकाव्य में उनकी रचनाओं की अहम भूमिका है. इसमें महाशिवरात्रि व इसके विभिन्न संदर्भों पर काव्य वर्णन इन्होंने किया है, जो भगवती उमा संहिता के अंतर्गत आता है.दो खंडों में प्रकाशित हुआ है
महाकाव्य
यह महाकाव्य दो खंडों में प्रकाशित किया गया है. कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रख्यात साहित्यकार डॉ बुद्धिनाथ मिश्र ने री, कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि पद्मश्री पर्वतारोही संतोष यादव (दो बार एवरेस्ट पर चढ़ने वाली विश्व के प्रथम महिला) समेत कई प्रख्यात साहित्यकार मौजूद थे. तोष यादव ने कहा कि सादगी, प्रेम और प्रकृति को जीवन में अपना कर आगे बढ़ें. साथ ही भारतीय संस्कृति-सभ्यता के उत्थान के लिए साहित्यकारों को विशेष भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित किया. कवि सम्मेलन में देश-विदेश के कोने-कोने से आये विख्यात रचनाकार ने शिरकत की थी. उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री व महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल रह चुके भगत सिंह कोश्यारी ने साहित्यकारों को समाज का दर्पण बताया. बता दें कि कोरोना कल में भी वीरेंद्र प्रसाद ने समाज में सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करने के लिए कई रचना की थी. वह अपनी सफलता के लिए गुरु रामावतार पांडेय के प्रति आभार व्यक्त किये हैं.
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