14.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

गोड्डा में सोमवार को अधिकतम तीन व न्यूनतम आठ डिग्री सेल्सियस रहा तापमान, पछुआ हवा ने बढ़ायी कनकनी बढ़ी

ठंड की दस्तक. बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवातीय परिसंचरण व पश्चिमी विक्षोभ का दिखा असर, नहीं निकली धूप

गोड्डा में बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवातीय परिसंचरण व पश्चिमी विक्षोभ का असर देखा गया. सोमवार को पूरे दिन जिले में ठंड से जनजीवन प्रभावित रहा. सुबह हल्की बूंदाबांदी भी हुई. लोग ठंड के कारण घरों में ही दुबके रहे. आम दिनों से अलग लोगों की दिनचर्या रही. सोमवार को पूरे दिन धूप नसीब नहीं हो सकी. आसमान बादलों से ढंका रहा. साथ ही शीतलहरी का भी प्रकोप देखा गया. शीतलहरी के कारण कनकनी बढ़ गयी है. बदलते मौसम के कारण सोमवार को अचानक अधिकतम आठ डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तीन डिग्री पारा नीचे लुढ़क गया. एक दिन पहले जिले का अधिकतम तापमान 27.7 डिग्री था, जो घटकर 19.3 हो गया. वहीं न्यूनतम तापमान 16.8 डिग्री सेल्सियस था, जो घटकर 13 डिग्री सेल्सियस हो गया. दोनों तापमान में गिरावट दर्ज की गयी. मौसम वैज्ञानिक रजनीश के अनुसार आने वाले दो दिनों तक सुबह के समय घना कोहरा छाया रहेगा. साथ ही न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी. पूरे दिन ठंड के कारण लोग रजाई के अंदर रहे तथा बुजुर्गों ने अलाव आदि का सहारा लिया. मौसम के अचानक बदले रूख से लोगों को खासा परेशानी उठानी पड़ी. बदले मौसम का सबसे असर खेती कार्य पर पड़ा है. खेती कार्य प्रभावित हो गया है. हल्की-बूंदाबांदी से किसान चिंतित है. मालूम हो कि किसानों का धान कटकर तैयार हो गया है और उठाया नहीं गया है. इससे किसानों को परेशानी घर कर गयी है.

सरकारी कंबल की आपूर्ति नदारद, अलाव के सहारे बुजुर्गों की कट रही जिंदगी

ठंड का प्रकोप जिले में दिनो-दिन बढ़ रहा है. ऐसे में अब तक सरकार की ओर से सरकारी कंबल की आपूर्ति नहीं की गयी है. पहले कंबल का क्रय जिला स्तर पर ही किया जाता था, लेकिन पिछली बार से ट्रेंड बदल गया है. अब सभी कंबल को राज्य सरकार के स्तर पर क्रय कर जिले को आवंटित करा दिया जाता है. लेकिन इस बार जिला स्थित सामाजिक सुरक्षा कोषांग तक सरकारी कंबल की आपूर्ति नहीं की गयी है. इसके बाद गरीब परिवारों को अब तक सरकारी कंबल मुहैया नहीं कराया जा सका है. जबकि ठंड का प्रकोप बढ़ गया है. पिछले साल दिसंबर के पहले ही सरकारी कंबल जिला को मुहैया करा दिया गया था. झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले गरीब परिवार कंबल के लिए लोगों की राह ताक रहे हैं. इस बार आचार संहिता लगने के कारण कंबल खरीद की प्रक्रिया संभवत: पूरी नहीं की जा सकी है. जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग पदाधिकारी अभय कुमार ने बताया कि अब तक कंबल की खेप नहीं आयी है. पहले क्रय करने का प्रोविजन था, अब नहीं किया जाता है. सरकारी स्तर से ही कंबल की आपूर्ति होती है. आने पर कंबल का वितरण शुरू कर दिया जाएगा. पिछले साल तकरीबन 50 हजार कंबल की खेप जिले को उपलब्ध करायी गयी थी, जबकि इस बार 10 दिसंबर बीतने के बाद भी कंबल का अता-पता नहीं है.

हनवारा में ठंड व कोहरे से जनजीवन प्रभावित

हनवारा में सोमवार को घने कोहरे और कड़ाके की ठंड से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. सोमवार को धूप नहीं निकलने के कारण लोग कनकनी से परेशान रहे. इसके कारण न सिर्फ बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा. बल्कि जरूरी काम से यात्रा कर रहे लोगों को भी घोर कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. ठंड के कारण रोजमर्रा के कार्यों के साथ ही व्यवसायिक कार्यों पर भी प्रभाव पड़ रहा है. सोमवार को छाये रहे कोहरे एवं शीतलहरी ने आम जनजीवन के रफ्तार पर ब्रेक लगा दी है. शैक्षणिक प्रतिष्ठानों में भी ठंड का व्यापक असर दिख रहा है. स्कूली बच्चों को जहां कोहरे एवं शीत लहर के कारण कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. प्रशासन द्वारा कंबल भी मुहैया नहीं करायी गयी है. शीतलहरी के कारण स्थानीय बाजार में भी शाम ढलने के बाद से ही सन्नाटे का आलम हो गया है. जिला प्रशासन द्वारा चौक-चौराहों एवं सार्वजनिक स्थलों पर अलाव की व्यवस्था नहीं की गयी थी. निर्धन एवं साधन विहीन लोग अलाव के सहारे ठंड से बचाव करते देखे गये.

लोगों का घर से निकलना हुआ मुश्किल

ठाकुरगंगटी में कड़ाके की ठंड के साथ कोहरे का प्रकोप पूरे दिन रहा. घने कोहरे के कारण लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है. इस संबंध में स्थानीय लोगों ने बताया की कड़ाके की ठंड से आम लोगों को निजात नहीं मिल रहा है. शाम ढलने के पूर्व लोग ठंड को लेकर अपने घरों में सिमट जाते हैं. चौक चौराहे पर अलाव की व्यवस्था नहीं की गयी है. लोगों ने कड़ाके की बढ़ती ठंड को देखते हुए अलाव जलाने की मांग की है, ताकि निजात मिल सके. वहीं बोआरीजोर प्रतिनिधि के अनुसार प्रखंड के ललमटिया लौहंडिया बाजार, श्रीपुर बाजार एवं राजमहल परियोजना में अचानक ठंड बढ़ जाने से ग्रामीणों की दिनचर्या में ब्रेक लग गया है. ग्रामीण ठंड से बचने के लिए लकड़ी एवं कोयला जलाकर ठंड से बच रहे हैं. चौक-चौराहे पर भी लोगों का आवागमन कम हो गया है. ग्रामीण अरुण कुमार, मोहम्मद लड्डन, बिजली देवी, कल्पना देवी ने बताया कि ठंड से बचने के लिए प्रशासन एवं राजमहल परियोजना प्रबंधन को चौक-चौराहों पर अलाव की व्यवस्था करनी चाहिए.

नगर परिषद की ओर से चौक-चौराहों पर जलाया गया अलाव

बढ़ती ठंड के मद्देनजर शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर नगर परिषद द्वारा अलाव की व्यवस्था की गयी है. शहर के कारगिल चौक सहित कुछ जगहों पर अलाव जलाया गया है. नगर प्रशासक आशीष कुमार के निर्देश पर नपं कर्मियों ने ट्रैक्टर से लकड़ी आदि गिराकर अलाव जलाया है. अलाव जलने के बाद लोगों ने इसका आनंद भी उठाया.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें