सुलतानगंज में प्रस्तावित हवाई अड्डा निर्माण को लेकर कंपनी के एक टीम ने फिर निरीक्षण किया. बताया गया कि जमीन निरीक्षण कर सीमांकन किया गया,जिसके बाद हवाई अड्डा के निर्माण को लेकर कार्य में तेजी आने की संभावना है.
855 एकड़ जमीन पर प्रस्तावित है हवाई अड्डा का निर्माण
सुलतानगंज-देवघर मुख्य पथ के पश्चिम व फोरलेन के दक्षिण लगभग 855 एकड़ जमीन है. मसदी में 300 एकड़, नोनसर 225 एकड़, राजगंज में 50 एकड़, कसवा में 79 एकड़, सुजापुर में 40 एकड़ और मंझली मौजे में 35 एकड़ जमीन है. अधिसूचित सीओ रवि कुमार ने बताया कि सोमवार को प्राइवेट कंपनी श्रीराम कंस्ट्रक्शन की टीम ने प्रस्तावित हवाई अड्डे का निरीक्षण कर सीमांकन किया है. अंचल की ओर से कंपनी की मांग पर अमीन भेजा गया था. सुलतानगंज में हवाई अड्डा निर्माण पर अंतिम निर्णय के बाद कार्य तेज होने की संभावना व्यक्त की गयी. सुलतानगंज में हवाई अड्डा निर्माण से आसपास के जिला में आसानी से लोग पहुंच सकेंगे. गंगा ब्रिज के निर्माण के बाद उत्तर बिहार की दूरी कम हो जायेगी.धार्मिक व पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. तीर्थयात्री की संख्या में बढ़ोतरी होगी. सुलतानगंज से देवघर की दूरी काफी कम हवाई सेवा के शुरू होने से होगी.दो दिन पूर्व भी हुआ था निरीक्षण
प्रस्तावित हवाई अड्डा का भौतिक सत्यापन करने अधिकारियों की टीम दो दिन पूर्व निरीक्षण कर गयी है. डीएम के निर्देश पर निरीक्षण रिपोर्ट सौंपेने की बात कही गयी थी. लघु जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की एक टीम निर्माण स्थल पर पहुंच कर जायजा लेकर प्रस्तावित हवाई अड्डा के आसपास पानी की निकासी करने को लेकर एक रिपोर्ट तैयार की थी. रनवे की चौड़ाई और लंबाई के बाद खाली जमीन पर पानी का जमाव नहीं हो, इसको लेकर निरीक्षण किया था. निर्माण को लेकर राज्य मुख्यालय से अंतिम निर्णय लिया जायेगा. निर्णय होने के बाद निर्माण कार्य शुरू किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है