चक्रधरपुर. चक्रधरपुर के रेल क्षेत्र की दीवारों पर मधुबनी की पेंटिंग दिखेगी. यह बिहार के मधुबनी की प्रमुख कला मिथिला चित्रकला शैली है. पेंटिंग की यह जटिल शैली अपने जीवंत रंगों, ज्यामितीय शैलियों व हिंदू पौराणिक कथाओं, प्रकृति व रोजमर्रा की जीवन के दृश्यों के चित्रण के लिए प्रसिद्ध है. इसे चक्रधरपुर में रांची की स्तंभ व जयश्री संस्था की 10 सदस्यीय चित्रकारों की टीम कर रही है. इसमें हिंदू देवताओं, विवाह के दृश्य, सामाजिक आयोजन, कृषि, खाना पकाने, गांव की सभा, पशु, पक्षी, पेड़, पौधे व जीवन शैली को दर्शाया जा रहा है. वहीं झारखंड की सोहराय पेटिंग में प्रकृति व जीवन शैली के दृश्यों को दर्शाया जा रहा है. जयश्री संस्था के चित्रकार प्रमोद तिर्की ने कहा कि चक्रधरपुर में मधुबनी की भित्ति चित्र के अलावे सोहराय, पैथकर, जादूपटिया व सांस्कृतिक, पार्क में बच्चों के लिये कार्टून व संस्थानों में शादी-विवाह, स्टेडियम में खेल के दृश्य एवं स्थानीय कलाकृतियों को प्रदर्शित कर रहे हैं. इसे बनाने के लिये रांची की 10 सदस्यीय टीम चक्रधरपुर पहुंची है.
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