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ठंड व कोहरे से जनजीवन प्रभावित, वाहनों की थमी रफ्तार

जिले में ठंड की शुरुआत होते ही सुबह कोहरे ने वाहनों की रफ्तार थाम दी है. मंगलवार को ठंड के साथ कोहरा छाया रहा.

किशनगंज. जिले में ठंड की शुरुआत होते ही सुबह कोहरे ने वाहनों की रफ्तार थाम दी है. मंगलवार को ठंड के साथ कोहरा छाया रहा. पछुआ हवा चलने के कारण कनकनी बढ़ती जा रही है. ठंड की वजह से लोगो को घर से बाहर निकलने में दिक्कत हो रही थी. खासकर स्कूली बच्चों को परेशानी झेलनी पड़ी. ठंड की वजह से सदर हॉस्पिटल में मरीजों की संख्या में इजाफा देखा जा रहा है. मरीजों में ज्यादातर सर्दी, खांसी, जुकाम के अलावे बीपी, शुगर व अन्य बीमारियों के मरीज अस्पातल पहुंच रहे हैं. वहीं कोहरे की वजह से कई ट्रेन भी निर्धारित समय से विलंब से चल रही है. मंगलवार को सुबह कोहरा छा जाने से वाहन चालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कुहासे की वजह से वाहनों की रफ्तार काफी धीमी हो जाती है और दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. वहीं धीरे धीरे ठंड का प्रकोप भी बढ़ते जा रहा है. एनएच व फोरलेन की सड़कों पर कोहरा मिल रहा है जिससे बड़ी-छोटी गाड़ियों के परिचालन में भी समस्या आ रही है. वहीं ज्यादा घना कोहरे के कारण दुर्घटना होने की भी आशंका जताई जा रही है इसलिए फॉग लाइट, लाइटिंग टेप व इंडिकेटर आदि के प्रयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है जिससे कुहासा के समय में आमतौर पर बढ़ने वाली दुर्घटना की दर पर रोक लगाई जा सके.

शीतलहर का प्रकोप, स्कूलों में बच्चे आग तापने को विवश

ठाकुरगंज. सीमांचल में मंगलवार की सुबह ठंडी हवाओं और हल्के कोहरे ने अपनी चादर में लपेट लिया है. लोगों को सूर्य की पहली किरणें देखने के लिए लोग तरस गए. हालांकि पिछले कई दिनों से मोसम ने काफी अंगड़ाई ली है. लेकिन मंगलवार को मौसम काफी बदला-बदला रहा. सूरज की गर्माहट भी दिन चढ़ने पर ही महसूस हो रही है. मंगलवार को न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से काफी कम माना गया. मंगलवार को छाए कोहरे ने जनजीवन को धीमा कर दिया है, बल्कि आम दिनचर्या से लेकर खान-पान और बाजारों तक सब कुछ बदल दिया है. सुबह ठंडी हवाओं के कारण लोग घरों में दुबके रहने को मजबूर रहे. लोग रूम हीटर और अलाव के जरिये ठंड से बचाव का उपाय खोजते रहे.

ठंड के चलते बदल रही आदतें

सर्दी के असर ने रसोई के रुझान को भी बदल दिया है. अब घरों में गर्म तासीर वाले भोजन को प्राथमिकता दी जा रही है. दाल-चावल के साथ-साथ अदरक वाली चाय, सूप और मेथी, सरसों जैसी सब्जियां लोगों के मेन्यू में शामिल हो गई हैं. फ्रीज में रखे ठंडे पानी और खाद्य पदार्थों से लोग बच रहे हैं. आइसक्रीम, दही और छाछ का सेवन लगभग बंद हो चुका है.

शहर में गर्म कपड़ों की बढ़ी मांग

बाजारों में गर्म कपड़ों की रौनक देखते ही बन रही है. स्वेटर, जैकेट, मफलर, शाल और दस्ताने खरीदने के लिए दुकानों पर भीड़ उमड़ रही है. कपड़ा विक्रेता नवल अग्रवाल के अनुसार ठंड के बढ़ते प्रकोप के कारण ऊनी कपड़ों की बिक्री में तेजी आई है.

स्वास्थ्य पर पड़ रहा प्रभाव

स्वास्थ्य विशेषज्ञ ठंड में बचाव के लिए गर्म कपड़े पहनने, गर्म पानी पीने और ठंड से बचाव के उपाय अपनाने की सलाह दे रहे हैं. सुबह की हल्की धूप में बैठना और गर्म तरल पदार्थों का सेवन करने से सर्दी से बचा जा सकता है. इधर लोग सर्द हवाओं के कारण लोग घरों में जल्दी लौट रहे हैं. अलाव जलाकर ठंड से राहत पाने की कोशिशें हो रही हैं. सार्वजनिक स्थानों पर भी अलाव की व्यवस्था शुरू नहीं की गयी है .

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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