फोटो – मधेपुरा 56- सेमिनार का शुभारंभ करते कुलपति व अन्य. प्रतिनिधि, मधेपुरा भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय के विश्वविद्यालय के गणित विभाग में गणितीय विज्ञान व प्रौद्योगिकी में उभरता हुआ नवाचार विषय पर सेमिनार का शुभारंभ हुआ. विश्वविद्यालय गणित विभागाध्यक्ष डॉ नरेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में आयोजित सेमिनार का शुभारंभ बीएनएमयू कुलपति प्रो विमलेंदु शेखर झा व अतिथियों ने किया. कुलपति ने कहा कि गणित हमेशा से सभी जगह उपस्थित रहा है. गणित को विज्ञान की भाषा कहा जाता है. उन्होंने सेमिनार के लिए सभी प्रतिभागी व ऑर्गनाइजिंग कमेटी के सदस्य को बधाई दी. शोधार्थियों के लिए मिल का पत्थर साबित होगा सेमिनार सेमिनार के कन्वेनर प्रो मनोज कुमार मनोरंजन ने कहा कि यह सेमिनार गणित के शोधार्थियों के लिए मिल का पत्थर साबित होगा. उन्होंने कहा कि गणित का शब्द मैथमेटिक्स ग्रीक भाषा से आया है. ग्रीक में मैथमेटिक्स का अर्थ है ज्ञान या शिक्षा. यह शब्द ग्रीक शब्द माथेमाटिका से आया है, जिसका अर्थ है ज्ञान की शिक्षा या गणित की शिक्षा. सेमिनार में विज्ञान संकायाध्यक्ष डॉ अरुण कुमार यादव ने कहा कि सेमिनार में प्रतिभागियों को नई-नई जानकारी मिलेगी. रोमेन ज्यामिति का दैनिक जीवन में व्यापक महत्व गोरखपुर से आये रिसोर्स पर्सन प्रो एचएस शुक्ला ने गणित के सिद्धांतों का उपयोग वास्तविक जीवन में कैसे होता है. इस पर चर्चा की, जिसमें मेट्रिक स्पेस व रीमैन ज्यामिति का दैनिक जीवन में उपयोग के बारे में बताया. दुमका से आये रिसोर्स पर्सन प्रो डीएन गराई ने डी टेबल की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि बच्चों का कन्फ्यूजन दूर करने के लिए डी टेबल एक अच्छा प्रयास है. इससे परम्यूटेशन कांबिनेशन की परीक्षा बहुत आसानी से समझ आ जाती है. डी टेबल का उपयोग सेट थ्योरी, लॉजिक, फजी लॉजिक व फील्ड एक्सटेंशन में किया जा सकता है. प्रो गराई गणित के एक बहुत ही अच्छे शिक्षक हैं. ये समाज से जुड़े हुए परेशानी को गणित के सहायता से मॉडल बनाकर समाधान निकाल देते हैं. गणित का हमारे रसायन शास्त्र में बहुत उपयोग आइक्यूएसी के निदेशक प्रो नरेश कुमार ने कहा कि सेमिनार गणित के छात्रों के लिए फायदेमंद होगा. उन्होंने कहा कि गणित का अपना लैंग्वेज होता है. गणित का हमारे रसायन शास्त्र में बहुत उपयोग है. आज के आई मॉड्यूलर साइंस की कल्पना भी नहीं की जा सकती है. धन्यवाद ज्ञापन लेफ्टिनेंट गुड्डू कुमार ने किया. मंच का संचालन डॉ रेणु ने किया. मौके पर डॉ मुकुंद कुमार, डॉ कमलाकांत झा, डॉ इंद्रकांत झा, डॉ शुभाशीष दास, डॉ बेनुकर मंडल, डॉ रमेंद्र कुमार, डॉ राजेश वर्मा, डॉ कृषानु देयासी, डॉ निरंजन निराला, रिसर्च स्कॉलर अविनाश, रवि, धीरेन ओम आदि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है